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Hindi News बिहार केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के भाई का निधन, परिवार के लोगों ने लगाया लापरवाही का आरोप

केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के भाई का निधन, परिवार के लोगों ने लगाया लापरवाही का आरोप

मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। दरअसल, आईसीयू वार्ड में भर्ती सेना से रिटायर्ड जवान निर्मल चौबे की इलाज के दौरान शुक्रवार की शाम मौत हो गई। हंगामा को देखते हुए अस्पताल अधीक्षक डॉ. असीम दास ने दो डॉक्टरों को निलंबित कर दिया है।

केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के भाई का निधन, परिवार के लोगों ने लगाया लापरवाही का आरोप- India TV Hindi Image Source : ANI केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के भाई का निधन, परिवार के लोगों ने लगाया लापरवाही का आरोप

केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के भाई निर्मल चौबे का निधन की खबर है। जानकारी के अनुसार परिवार के लोगों ने आरोप लगाया है कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही की वजह से उनकी मौत हुई। जिस समय उन्हें इलाज के लिए अस्पताल लाया गया, समय रहते उन्हें डॉक्टरों का ट्रीटमेंट नहीं मिला और उन्होंने दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि  इस मामले में अस्पताल प्रशासन ने भी दो डॉक्टरों को निलंबित कर दिया है।

भागलपुर जिले के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बीते तीन दिनों से उनका इलाज चल रहा था। वहीं, मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। दरअसल, आईसीयू वार्ड में भर्ती सेना से रिटायर्ड जवान निर्मल चौबे की इलाज के दौरान शुक्रवार की शाम मौत हो गई। हंगामा को देखते हुए अस्पताल अधीक्षक डॉ. असीम दास ने दो डॉक्टरों को निलंबित कर दिया है।

उधर, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अस्पताल के सुपरिटेंडेंट डॉक्टर असीम दास ने बताया कि मरीज को काफी गंभीर हालत में लाया गया था। पता चला था कि उन्हें हार्ट अटैक आया। अस्पताल के एक सीनियर डॉक्टर ने उन्हें प्राथमिक इलाज दिया था। जरूरी दवा देने के बाद उन्हें उन्हें ICU में शिफ्ट किया गया, लेकिन वहां पर कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। मैंने इसी वजह से दो डॉक्टरों को निलंबित कर दिया है।

 

परिजन ने लगाया यह आरोप

मृतक के परिजनों ने करीब दो घंटे से अस्पताल में जमकर हंगामा किया है। हालांकि घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंच गई। मामले की छानबीन की जा रही है।मृतक के एक परिजन ने कहा अस्पताल की लापरवाही की वजह से मेरे चाचा की मृत्यु हुई है। परिजन ने आरोप लगाया कि जिस समय उनकी मृत्यु हुई है अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं था। इस दौरान अस्पताल अधीक्षक भी नहीं थे। इसकी जांच सीसीटीवी कैमरे से भी कराया जा सकता है।