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Hindi News क्राइम पुलिसवालों ने मजदूर को इतना पीटा कि मर गया, 3 के खिलाफ दर्ज हुआ हत्या का केस

पुलिसवालों ने मजदूर को इतना पीटा कि मर गया, 3 के खिलाफ दर्ज हुआ हत्या का केस

तीनों कॉन्स्टेबल 14 अप्रैल को एक मामले की जांच के तहत एक ऐसे शख्स के बारे में जानकारी लेने के लिए बोटाद शहर में कालू के घर गए, जिसे वह जानता ही नहीं था।

Cops, Crime, custodial death, Gujarat, murder, Gujarat Death- India TV Hindi Image Source : PIXABAY REPRESENTATIONAL गुजरात में 3 पुलिसकर्मियों पर हत्या का केस दर्ज हुआ है।

बोटाद: गुजरात के बोटाद जिले में कथित तौर पर हिरासत में हुई पिटाई के बाद एक व्यक्ति की मौत के मामले में 3 पुलिस कॉन्स्टेबल के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि मजदूर की पहचान 28 साल के कालू पधरशी के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि कालू को 14 अप्रैल को बोटाद टाउन पुलिस थाने के 3 कॉन्स्टेबल एक मामले में पूछताछ के लिए ले गए थे। कालू ने बाद में आरोप लगाया कि उसे हिरासत में बुरी तरह पीटा गया। 14 मई को अहमदाबाद के एक अस्पताल में पधरशी की मौत हो गई।

3 पुलिसवालों पर हत्या का केस दर्ज
बोटाद जिले के एसपी किशोर बलोलिया ने बताया कि तीनों आरोपियों अमीराज बोरिचा, राहिल सिदातर और निकुलसिंह जाधव के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। अधिकारी ने बताया, ‘इस संबंध में सोमवार रात बोटाद टाउन पुलिस थाने में एक FIR दर्ज की गई जिसमें यह आरोप लगाया गया कि आरोपी कॉन्स्टेबल्स ने 14 अप्रैल को हिरासत में मौजूद कालू के साथ मारपीट की थी। कालू को उसी दिन छोड़ भी दिया गया था,लेकिन बाद में उसकी हालत बिगड़ गई और अंततः 14 मई को अहमदाबाद सिविल अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।’

पुलिसवालों से कालू ने मांगी थी आईडी
अधिकारी ने FIR के हवाले से बताया कि तीनों कॉन्स्टेबल 14 अप्रैल को एक मामले की जांच के तहत एक ऐसे शख्स के बारे में जानकारी लेने के लिए बोटाद शहर में कालू के घर गए, जिसे वह जानता ही नहीं था। उन्होंने बताया कि जब कालू ने उस आदमी के बारे में कोई जानकारी होने से इनकार किया, तो तीनों ने उससे अपनी बाइक के रजिस्ट्रेशन के कागजात पेश करने को कहा। FIR के मुताबिक, सभी सादी वर्दी में थे इसलिए कालू ने उन्हें अपना पहचान पत्र दिखाने के लिए कहा। उसकी इस बात से नाराज पुलिसकर्मियों ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी और उसे थाने ले गए।

ब्रेन हेमरेज की वजह से गई कालू की जान!
कालू को 14 अप्रैल की दोपहर को रिहा कर दिया गया, लेकिन उसने अपने परिवार को बताया कि हिरासत के दौरान उसे बेरहमी से पीटा गया और पुलिसवालों ने उसके सिर को दीवार से भी टकराया था। जब कुछ दिनों के बाद कालू की तबीयत बिगड़ने लगी, तो उसे पहले 17 अप्रैल को बोटाद के एक अस्पताल और फिर भावनगर शहर के एक सरकारी अस्पताल में रेफर किया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि उसे ब्रेन हेमरेज हुआ है। अधिकारी ने बताया कि 20 अप्रैल को पधरशी को अहमदाबाद सिविल अस्पताल रेफर किया गया जहां इलाज के दौरान 14 मई को उसकी मौत हो गई।

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