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Hindi News क्राइम 5 वर्षीय मासूम की दुष्कर्म के बाद कर दी थी हत्या, कोर्ट ने सुनाई मौत की सजा तो खून के आंसू रो पड़ा

5 वर्षीय मासूम की दुष्कर्म के बाद कर दी थी हत्या, कोर्ट ने सुनाई मौत की सजा तो खून के आंसू रो पड़ा

केरल के कोच्चि में बिहार की रहने वाली 5 साल की बच्ची से दुष्कर्म और उसकी निर्मम हत्या करने वाले आरोपी को कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई है। सजा सुनते ही वह रो पड़ा और उसकी आंखें लाल हो गईं।

kocchi rape and murder case- India TV Hindi Image Source : SOCIAL MEDIA नाबालिग से ह्त्या के आरोपी को कोर्ट ने सुनाई मौत की सजा

केरल में इस साल जुलाई के महीने में एक बेहद शर्मनाक घटना सामने आई थी, जिसमें अशफाक आलम नामक शख्स ने अपने पड़ोस में रहने वाली 5 साल की बच्ची से दुष्कर्म किया था और फिर उसी की टीशर्ट से उसका गला घोंटकर उसकी बेरहमी से  हत्या कर दी थी और शव को नाले में फेंक दिया था। घटना 28 जुलाई, 2023 को एर्नाकुलम के अलुवा में घटी थी जिसमें अशफाक आलम नामक शख्स ने एक बच्ची का अपहरण किया था और उसका बलात्कार करने के बाद उसकी हत्या कर दी थी।

मामले का खुलासा होने के बाद मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी और अब कोर्ट ने उसे फांसी की सजा सुनाई है। मंगलवार को जब उसे फांसी की सजा सुनाई जा रही थी तो कोर्ट में मुकदमे के दौरान उसका चेहरा भावहीन रहा लेकिन जब अनुवादक ने उसे बताया कि उस मौत की सजा सुनाई है तो वह टूट गया और उसकी आंखें लाल हो गईं।

अशफाक को मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे अदालत में पेश किया गया और मामले की सुनवाई शुरू की गई। जल्द ही, न्यायाधीश ने एक-एक करके कोर्ट का फैसला पढ़ना शुरू कर दिया। जैसे ही उन्होंने पांच साल बच्ची की बेरहमी से हत्या करने के लिए 'मौत' की घोषणा की, कोर्ट रूम में चीख-पुकार मच गई। कोर्ट के फैसले का हिंदी अनुवाद करने वाली बिनी एलिजाबेथ ने कहा कि जब आलम को उसने कारावास की शर्तें बताईं तो उसने राहत व्यक्त की, लेकिन मौत की सजा सुनते ही उनके भाव अचानक बदल गए।

सजा सुनकर खूब रोया अशफाक

एलिज़ाबेथ ने कहा,“वाक्य का हर बिंदु मुझे लिखित रूप में दिया गया था। जब मैंने करग्रहवास (कारावास) या अजीवन कराग्रहवास (आजीवन कारावास) पढ़ा तो उन्हें (आलम को) राहत महसूस हुई। लेकिन जब मैंने उसे मृत्युदंड के बारे में बताया तो उसकी आंखें लाल हो गईं और वह रोने लगा। उसे बगल के कमरे में ले जाया गया जहां वह खूब रोया।' उसने कहा कि अदालती कार्यवाही के बाद वह उसके पास गई जब उसने अपनी धोती से अपनी आंखें पोंछीं। एलिज़ाबेथ ने कहा, उसने पूछा कि क्या वह उच्च न्यायालय में अपील दायर कर सकता है, ऐसा कहकर उसने जवाब में हैरानी भरी नज़र डाली।

वह इसी फैसले का है हकदार

यह कानूनी सहायता रक्षा परामर्श प्रणाली, एर्नाकुलम के मुख्य बचाव वकील अदीप एम और उनकी टीम थी जो आरोपियों की ओर से पेश हुई थी। अदीप ने कहा कि उन्होंने सुनिश्चित किया है कि आरोपी को निष्पक्ष सुनवाई मिले और उच्च न्यायालय के समक्ष इसे लेकर अपील दायर की जाएगी। उन्होंने कहा कि केरल राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण उनके प्रतिनिधित्व पर निर्णय लेगा।

एलिज़ाबेथ ने कहा, “मुझे लगता है कि वह (आलम) इसी फैसले का हकदार है। उसने बच्चे की मासूमियत का फायदा उठाया। वह उसे अपने परिवार के सदस्य की तरह मानती थी और उसके साथ आती- जाती थी, फिर भी उसने उसके साथ ऐसा किया।''  
 

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