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Hindi News दिल्ली आप ने राघव चड्ढा को दी बड़ी जिम्मेदारी, राज्यसभा में बनाया पार्टी का नेता

आप ने राघव चड्ढा को दी बड़ी जिम्मेदारी, राज्यसभा में बनाया पार्टी का नेता

आम आदमी पार्टी ने सांसद राघव चड्ढा को राज्यसभा में पार्टी का नेता नियुक्त किया है। बता दें कि फिलहाल आप नेता संजय सिंह की गैर मौजूदी में उन्हें पार्टी द्वारा यह जिम्मेदारी दी गई है।

आप ने राघव चड्ढा को राज्यसभा में बनाया पार्टी का नेता।- India TV Hindi Image Source : PTI आप ने राघव चड्ढा को राज्यसभा में बनाया पार्टी का नेता।

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने राघव चड्ढा को एक बार फिर से बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। इस बार राघव चड्ढा को राज्यसभा में पार्टी का नेता नियुक्त किया गया है। बता दें कि संजय सिंह की गैर मौजूदगी में उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। दरअसल इससे पहले संजय सिंह राज्यसभा में आम आदमी पार्टी के नेता थे। लेकिन दिल्ली की नई शराब नीति में कथित घोटाले के आरोपों के बाद आप नेता संजय सिंह को जेल भेज दिया गया है। इसके बाद से उनकी जगह पर आम आदमी पार्टी की ओर से राज्यसभा में कोई नहीं था। ऐसे में अब राघव चड्ढा पर पार्टी ने भरोसा करते हुए उन्हें राज्यसभा में आम आदमी पार्टी के नेता की जिम्मेदारी सौंपी है। अब राघव चड्ढा ही राज्यसभा में आम आदमी पार्टी की आवाज उठाएंगे।

हाल ही में बहाल हुई थी सदस्यता

बता दें कि अभी कुछ दिनों पहले ही राघव चड्ढा की संसद की सदस्यता को समाप्त कर दिया गया था। काफी बवाल के बाद आखिरकार उनका निलंबन समाप्त किया गया। अपना निलंबन समाप्त होने के बाद राघव चड्ढा ने बाकायदा वीडियो जारी कर लोगों का धन्यवाद जताया था। उन्होंने एक बेहद ही भावुक कर देने वाला वीडियो जारी किया था। वीडियो में राघव चड्ढा ने कहा था कि 115 दिनों तक मैं लोगों की आवाज संसद में नहीं रख सका। 11 अगस्त को मुझे राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया था। यानी कि भारत की संसद से निलंबित कर दिया गया था।  मैं अपने निलंबन को रद्द कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट गया। न्याय के मंदिर में जाकर न्याय की गुहार लगानी पड़ी। 

115 दिनों बाद रद्द हुआ निलंबन

उन्होंन कहा था कि मैंने जो याचिका दायर की थी उस याचिका का माननीय सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लिया और उसमें हस्तक्षेप किया। उच्चतम न्यायलय के हस्तक्षेप के बाद अब 115 दिनों के बाद मेरा निलंबन रद्द कर दिया गया है। संसद के भीतर एक प्रस्ताव लाकर मेरे निलंबन को खत्म किया गया। इन 115 दिनों तक मैं आपकी आवाज को संसद में नहीं उठा सका। 115 दिनों मैं आपके सवाल सरकार से नहीं पूछ सका, आपके हक की आवाज नहीं उठा सका और जो जवाब आप सरकार से चाहते थे वो जवाब मैं नहीं ला सका। मुझे खुशी है कि मेरा निलंबन वापस ले लिया गया है और मैं सुप्रीम कोर्ट और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को धन्यवाद देना चाहता हूं। 

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