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Hindi News दिल्ली दिल्ली में कोविड से एक मरीज की मौत, CM केजरीवाल ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग

दिल्ली में कोविड से एक मरीज की मौत, CM केजरीवाल ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग

देश की राजधानी दिल्ली में बुधवार को कोरोना संक्रमण से एक मरीज की मौत हो गई। बता दें कि राजधानी में लंबे समय के बाद कोरोना से किसी की मौत हुई है। दिल्ली में बुधवार को कोरोना वायरस के 5 नए मामले आए, जबकि एक मरीज की मौत हो गई।

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल

चीन समेत दुनिया के कई देशों में एक बार फिर कोरोना वायरस ने कहर बरपाना शुरू किया है। चीन में कोविड के बढ़ते मामलों की वजह ओमिक्रोन के नए सब-वेरिएंट BF-7 बताई जा रही है, जिसके भारत में अब तक 4 मामले सामने आ चुके हैं। इसके मद्देनजर भारत में एहतियात बरतने की कवायद शुरू हो गई है। इस बीच, देश की राजधानी दिल्ली में बुधवार को कोरोना संक्रमण से एक मरीज की मौत हो गई। बता दें कि राजधानी में लंबे समय के बाद कोरोना से किसी की मौत हुई है। दिल्ली में बुधवार को कोरोना वायरस के 5 नए मामले आए, जबकि एक मरीज की मौत हो गई। इसके बाद दिल्ली सरकार भी अलर्ट मोड पर आ गई है। 

कोविड-19 की स्थिति पर नजर

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। ये मीटिंग सचिवालय में होगी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार कोविड-19 की स्थिति पर नजर रख रही है और मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को नमूनों का जीनोम सीक्वेंसिंग सुनिश्चित करने और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक अन्य कदम उठाने का निर्देश दिया है। 

कोरोना के मामलों में अचानक आई तेजी

गौरतलब है कि जापान, दक्षिण कोरिया, ब्राजील, चीन और अमेरिका में कोविड-19 के मामलों में अचानक आई तेजी के बीच केंद्र सरकार ने मंगलवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से आग्रह किया था कि वायरस के उभरते हुए वेरिएंट पर नजर रखने के लिए संक्रमित नमूनों के पूरे जीनोम सीक्वेंसिंग को तैयार किया जाए। 

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे एक पत्र में कहा है कि इस तरह की कवायद से देश में नए वेरिएंट का समय पर पता लगाने में मदद मिलेगी और आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय करना सुविधाजनक होगा। कोविड-19 की सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती अब भी दुनिया भर में बनी हुई है, जिसके लगभग 35 लाख मामले साप्ताहिक रूप से दर्ज किए गए हैं।