A
Hindi News दिल्ली जेल के ताले टूटेंगे...तिहाड़ से निकलते ही दहाड़े संजय सिंह, केजरीवाल के बाद सिसोदिया के घर गए

जेल के ताले टूटेंगे...तिहाड़ से निकलते ही दहाड़े संजय सिंह, केजरीवाल के बाद सिसोदिया के घर गए

दिल्ली शराब घोटाला मामले में आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह बेल मिलने के बाद तिहाड़ से बाहर आए, उन्होंने बाहर आते ही सबसे पहले केजरीवाल के घर का रुख किया और फिर वे सिसोदिया के घर गए।

aap leader sanjay singh- India TV Hindi Image Source : FILE संजय सिंह का बयान

दिल्ली शराब घोटाला मामले में आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी है। जमानत मिलने के बाद बुधवार को वे जेल से बाहर आए और सबसे पहले वे सीएम अरविंद केजरीवाल के घर जाकर उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल से मुलाकात की फिर वे मनीष सिसोदिया के घर गए और उनकी पत्नी से मुलाकात की। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान आप सांसद संजय सिंह ने कहा, ''अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया, सब पूरी ईमानदारी के साथ बाहर आएंगे और जेल के ताले टूटेंगे।''

संजय सिंह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल, आतिशी और सौरभ सभी ने कहा कि हमने कोई शराब घोटाला नहीं किया...बीजेपी ऐसा कह रही क्योंकि उन्होंने घोटाला किया था। उन्होंने शरद रेड्डी से 55 करोड़ रुपये की रिश्वत ली...उन्होंने 55 करोड़ रुपये के डेक पर पिन लगा दी और फिर बीजेपी ने उन्हें राजा बना दिया...'' सांसद संजय सिंह ने मनीष सिसौदिया की पत्नी सीमा सिसौदिया से मुलाकात की।

संजय सिंह ने भाजपा पर लगाए कई आरोप

सिंह ने कहा कि 'आप एक ऐसे व्यक्ति पर सवाल उठा रहे हैं जिसने देश की सेवा के लिए अपनी आईआरएस की नौकरी छोड़ दी...बीजेपी का अगला नाम भारतीय जनता पार्टी नहीं बल्कि बंगारू जनता पार्टी है। ...बीजेपी के लिए मेरा एक नारा है- 'जो जितना बड़ा भ्रष्टाचारी, वो उतना बड़ा पदाधिकारी है'..."

"वे कहते हैं कि भ्रष्ट लोगों को नहीं छोड़ेंगे, हर भ्रष्ट व्यक्ति को (पार्टी में) शामिल करेंगे। मुझे बीजेपी के कार्यकर्ताओं पर दया आ रही है। असम में हिमंत बिस्वा सरमा के भ्रष्टाचार को लेकर क्या कहेंगे। कार्यकर्ता उनकी परेड की तैयारी कर रहे थे और इसी बीच पीएम मोदी हिमंत बिस्वा सरमा को गले लगा रहे थे..."

संजय सिंह ने सुनीता केजरीवाल से की मुलाकात

"पार्टी कार्यालय में आने से पहले, मैं दिल्ली के सीएम के आवास पर गया और सुनीता केजरीवाल से मुलाकात की। उनकी आंखों में पहली बार आंसू थे। मैं देश के लोगों से अपील करता हूं कि उन्हें जेल का जवाब देना चाहिए।" वोटों के माध्यम से दिया जाए...यह जश्न मनाने का नहीं बल्कि युद्ध और संघर्ष का समय है...मैं मनीष सिसौदिया और सत्येन्द्र जैन के आवास पर भी जाऊंगा। आप एक परिवार है और हम तानाशाही के खिलाफ लड़ेंगे...''