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Hindi News दिल्ली भाजपा की दिलचस्पी राशन की चोरी बचाने के बजाय केजरीवाल को भला-बुरा कहने में है: सिसोदिया

भाजपा की दिलचस्पी राशन की चोरी बचाने के बजाय केजरीवाल को भला-बुरा कहने में है: सिसोदिया

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को आरोप लगाया कि भाजपा की दिलचस्पी देश में राशन की चोरी को रोकने के बजाय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को “गाली” देने में है।

Manish Sisodia, Delhi Deputy Chief Minister- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO PTI Manish Sisodia, Delhi Deputy Chief Minister

नयी दिल्ली। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिलचस्पी देश में राशन की चोरी को रोकने के बजाय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को “गाली” देने में है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि देश में 80 करोड़ लोगों के राशन की चोरी के पीछे भगवा पार्टी का हाथ है। 

आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता सिसोदिया ने संवाददाताओं से कहा, “मैंने भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा का संवाददाता सम्मेलन देखा। उन्होंने देश में राशन की चोरी का जिक्र नहीं किया और उसकी बजाय अरविंद केजरीवाल पर तीखा एवं अपमानजनक हमला किया।” इससे पहले, केजरीवाल ने दावा किया था कि घर-घर राशन पहुंचाने की योजना को केंद्र ने रोका है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली के 70 लाख लोगों के लाभ के लिए इसकी अनुमति देने की अपील की।

सिसोदिया ने कहा कि भाजपा देश में राशन की चोरी को जारी रखना चाहती है और उसके नेता इसपर सवाल उठाने वाले किसी भी व्यक्ति को ‘‘गाली’’ देंगे, जैसा कि पात्रा ने केजरीवाल को लेकर किया। उन्होंने दावा किया कि भाजपा नीत केंद्र सरकार की राशन की कालाबाजारी की जांच कराने में कोई रुचि नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ वह राशन की छद्म अर्थव्यवस्था के फलते-फूलते रहने के पक्ष में है। कांग्रेस ने 70 वर्षों तक हमारे गरीबों को लूटा और अब वही चीज भाजपा कर रही है।’’

उन्होंने दावा किया कि केंद्र ने एक आदेश जारी किया है, जिसमें राज्य सरकारों को लोगों को पिसा हुआ गेहूं उपलब्ध कराने के लिए अतिरिक्त 3 रुपये वसूलने की अनुमति दी गई है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार अतिरिक्त तीन रुपये वसूलती है और राशन के बजाय आटा बांटती है। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा शासित राज्य सरकार यदि तीन रुपये अतिरिक्त लेती है तो सब ठीक है लेकिन यदि जब दिल्ली सरकार ने गरीबों के घरों तक राशन पहुंचाने का निर्णय लिया, तो उन्हें बड़ी दिक्कत है।’’