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दिल्ली विधानसभा विशेष सत्र: आप विधायकों ने फाड़ी केन्द्रीय कृषि कानूनों की कॉपी

दिल्ली विधानसभा के एक दिवसीय विशेष सत्र में चर्चा के दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल समेत आम आदमी पार्टी के कई नेताओं ने केंद्रीय कृषि कानूनों की कॉपी फाड़ दी।

Delhi CM Arvind Kejriwal tears the copy of Centre's farm bills in Delhi Assembly.- India TV Hindi Image Source : INDIA TV Delhi CM Arvind Kejriwal tears the copy of Centre's farm bills in Delhi Assembly.

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा के एकदिवसीय विशेष सत्र के दौरान गुरुवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई आप नेताओं ने केंद्रीय कृषि कानूनों की कॉपी सदन में फाड़ दी। भारी हंगामे के बीच दिल्ली विधानसभा का एकदिवसीय विशेष सत्र गुरुवार दोपहर 2 बजे से शुरू हुआ। चर्चा के दौरान केजरीवाल ने भी विधानसभा में कृषि कानूनों की कॉपी फाड़ दी। केजरीवाल ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों को मोदी सरकार वापस ले। दिल्ली विधानसभा के एक दिवसीय विशेष सत्र में चर्चा के दौरान आम आदमी पार्टी के नेता सोमनाथ भारती और विधायक महेंद्र गोयल ने भी कृषि बिल की कापी फाड़ दी।

कृषि कानूनों पर दिल्ली विधानसभा में चर्चा के दौरान सीएम केजरीवाल ने कहा कि भाजपा वाले हवा में बात कर रहे हैं किसान कहीं भी अपनी फसल बेंच सकते हैं। किसान से सिर्फ बड़े-बड़े पूंजीपति ही फसल खरीद पाएंगे। केजरीवाल ने सीधा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि योगी जी ने कहा किसानों की जमीन नहीं जाएगी। किसानों की जमीन ना जाना, ये फायदा है क्या?...

दिल्ली विधानसभा के एकदिवसीय विशेष सत्र में सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 1907 में भी ऐसे ही कानून पास किए गए थे। उस आंदोलन को भगत सिंह के पिता और चाचा ने लीड किया था। अंग्रेजों को कानून वापस लेने पड़े थे। केंद्र सरकार ये न ना समझे कि किसान आसानी से जाने वाले हैं। सिंघु बार्डर पर एक-एक किसान भगत सिंह बनकर बैठे हैं। 

दिल्ली विधानसभा के एक विशेष सत्र में किसान आंदोलन पर दिल्ली के CM केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार कह रही है कि किसानों को कृषि कानूनों का फायदा समझ नहीं आ रहा इसलिए अपने दिग्गज़ नेताओं को उतारा है। योगी आदित्यनाथ एक रैली में कह रहे थे कि इन कानूनों से किसी की ज़मीन नहीं जाएगी, ये फायदा है क्या? भाजपा वाले कहते हैं कि किसान अब अपनी फसल पूरे देश में कहीं भी बेच सकता है। धान का MSP 1868 रुपये है, ये बिहार और उत्तर प्रदेश में 900-1000 रुपये में बिक रहा है। मुझे बता दीजिए कि ये किसान देश में कहां अपनी फसल बेचकर आएं।

केजरीवाल ने कहा कि 20 से ज्यादा किसान इस आंदोलन में शहीद हो चुके हैं। रोज एक किसान शहीद हो रहा हैं। मैं केंद्र सरकार से पूछना चाहता और कितनी शहादत और कितनी जान आप लोगे? देश के किसानों की मांगों के साथ आम आदमी पार्टी मज़बूती के साथ खड़ी है। 

बता दें कि, उत्तरी नगर निगम में 2400 करोड़ की हेराफेरी का आरोप लगाते हुए केजरीवाल सरकार ने यह स्पेशल सत्र बुलाया है। सदन में सबसे पहले केंद्र के तीन कृषि कानूनों पर चर्चा हो रही है। कृषि कानूनों पर चर्चा के लिए बुलाए गए दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र में आप विधायकों ने मोदी सरकार पर किसानों के साथ छल करने का आरोप लगाते हुए नए कानूनों की कॉपी को फाड़ दिया। 

सत्र की शुरुआत होने पर मंत्री कैलाश गहलोत ने एक संकल्प पत्र पेश किया, जिसमें तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की बात कही गई। इसके बाद हर वक्ता को बोलने के लिए पांच मिनट का वक्त दिया जा रहा है। इस बीच सदन में आम आदमी पार्टी के विधायकों ने जय जवान, जय किसान का नारा भी लगाया। कृषि कानूनों को लेकर सदन में चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष के विधायक महेंद्र गोयल ने तीनों कृषि कानूनों की प्रतियां फाड़ते हुए इसे किसान विरोध बताया। 

बता दें कि आम आदमी पार्टी लगातार कृषि कानूनों के मसले पर किसान आंदोलन के साथ नजर आ रही है। खुद सीएम अरविंद केजरीवाल भी किसानों से मिलने सिंघु बॉर्डर पहुंचे थे, इसके अलावा AAP ने भारत बंद, एकदिवसीय उपवास का भी समर्थन किया था।