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Hindi News दिल्ली केजरीवाल ने यमुना का ऐसा हाल कर दिया, जो सोचा भी नहीं जा सकता- मनोज तिवारी

केजरीवाल ने यमुना का ऐसा हाल कर दिया, जो सोचा भी नहीं जा सकता- मनोज तिवारी

इस साल छठ पूजा 17 नवंबर से 20 नवंबर तक मनाई जाएगी। चार दिवसीय त्योहार नहाय खाय अनुष्ठान के साथ शुरू होता है जिसके बाद लोहंडा और खरना होता है।

Yamuna River, Chhath Puja, Kalindi Kunj, Yamuna River, Manoj Tiwari- India TV Hindi Image Source : TWITTER यमुना की गंदगी को लेकर मनोज तिवारी ने बोला हमला

नई दिल्ली: छठ महापर्व आने वाला है और हर बार की तरह यमुना नदी फिर से चर्चा में आ गई है। यमुना में प्रदूषण चरम पर है और दिल्ली सरकार के इसे साफ़ करने के दावे नदी में बहती हुई गंदगी में नजर आते हैं। दिल्ली सरकार के इन्हीं दावों को आज उजागर किया भारतीय जनता पार्टी के सांसद मनोज तिवारी और दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेन्द सचदेवा ने। दोनों नेता आज सोमवार सुबह कालिंदी कुंज में यमुना की सफाई का जायजा लेने पहुंचे। 

यमुना नदी के प्रदूषित पानी को देखते हुए मनोज तिवारी ने दिल्ली सरकार और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार करोड़ों रुपए लगाकर जल साफ़ करने के दावे करती है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है। नदी का पानी प्रदूषित है और इसी प्रदूषित पानी में कुछ दिनों बाद छठ पर लोग दुबकी लगाएंगे। उन्होंने कहा कि केजरीवाल दिल्ली वालों को जहर परोस रहे हैं। इस पर सुप्रीम कोर्ट को संज्ञान लेना चाहिये।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा के साथ यमुना नदी का निरीक्षण करने के वीडियो और तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए मनोज तिवारी ने आरोप लगाया, "आज 16 अक्टूबर 2023 को दिल्ली में कालिन्दी कुंज यमुना किनारे दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा के साथ निरीक्षण किया, जो सोच नहीं सकते ऐसा बुरा हाल कर दिया है अरविंद केजरीवाल आप ने, ज़हर परोस रहे हो दिल्ली को। माननीय सुप्रीम कोर्ट को संज्ञान लेना चाहिए।"

इसके अलावा दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने भी निरीक्षण की तस्वीरों को एक्स पर शेयर करते हुए आरोप लगाया, "आज कालिंदी कुंज घाट पर सांसद मनोज तिवारी के साथ यमुना की सफाई को लेकर अरविंद केजरीवाल के सभी दावों की पोल खोली। थोड़े दिन बाद छठ का पावन त्यौहार आने वाला है और यमुना की ऐसी स्थिति अरविंद केजरीवाल की पूर्वांचल विरोधी सोच का प्रत्यक्ष प्रमाण है। यमुना मां की यह दुर्दशा देखकर मन व्यथित होता है।"