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Hindi News दिल्ली दिल्ली में सामने आए कोरोना वायरस के 27 नए मामले, इस साल होगी रामलीला

दिल्ली में सामने आए कोरोना वायरस के 27 नए मामले, इस साल होगी रामलीला

वहीं, दिल्ली में इस साल रामलीला का आयोजन होगा लेकिन कोविड पाबंदियों के कारण उत्सव अन्य वर्षों के मुकाबले साधारण रहेगा। पाबंदियों के बावजूद कई आयोजक डीडीएमए द्वारा रामलीला आयोजन की अनुमति मिलने से बहुत खुश हैं। 

Delhi reports 27 Covid cases, zero death in a day, positivity rate 0.05 pc- India TV Hindi Image Source : PTI दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के 27 नए मामले सामने आए और किसी रोगी की मौत नहीं हुई।

नयी दिल्ली: दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के 27 नए मामले सामने आए और किसी रोगी की मौत नहीं हुई। संक्रमण की दर 0.05 प्रतिशत रही। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मंगलवार को जारी एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है। दिल्ली में अक्टूबर में संक्रमण से केवल एक रोगी की मौत हुई है। पिछले महीने पांच लोगों की संक्रमण से मौत हुई थी। नए मामले सामने आने के बाद दिल्ली में संक्रमितों की कुल संख्या 14,39,027 हो गई। इनमें से 14.13 लाख लोग संक्रमण से उबर चुके हैं। मृतकों की कुल संख्या 25,088 है। उपचाराधीन रोगियों की संख्या 349 है। बुलेटिन के अनुसार सोमवार को 55,537 जांच की गईं। 

वहीं, दिल्ली में इस साल रामलीला का आयोजन होगा लेकिन कोविड पाबंदियों के कारण उत्सव अन्य वर्षों के मुकाबले साधारण रहेगा। पाबंदियों के बावजूद कई आयोजक डीडीएमए द्वारा रामलीला आयोजन की अनुमति मिलने से बहुत खुश हैं। गौरतलब है कि महामारी के कारण पिछले साल उत्सव का आयोजन ऑनलाइन हुआ था। लाल किले में हर साल रामलीला का आयोजन करने वाली लव कुश रामलीला समिति छह से 16 अक्टूबर तक 10 दिनों के लिए कोविड-19 प्रोटोकॉल लागू करेगी। 

पिछले साल रामलीला का ऑनलाइन आयोजन करने वाली समिति के सचिव अर्जुन कुमार ने बताया, ‘‘हम उत्सव के दौरान डीडीएमए के दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे। कुर्सियों के बीच में पांच फुट की दूरी रखी जाएगी। आयोजन स्थल पर मास्क के बिना प्रवेश नहीं के बैनर लगाए जाएंगे और सेनिटाइजेशन अनिवार्य होगा।’’ उन्होंने कहा कि दिल्ली नगर निगम की मदद से मैदान को प्रतिदिन साफ किया जाएगा ताकि स्वच्छता बनी रहे। 

लाल किला में 1924 से रामलीला का आयोजन कर रही श्री धार्मिक लीला समिति ने अपने 10 दिन के कार्यक्रम को एक दिन में समेट दिया है और इसका आयोजन ईस्ट ऑफ कैलाश में स्थित इस्कॉन मंदिर में होगा। समिति के प्रेस सचिव रवि जैन ने कहा, ‘‘लाल किला मैदान का मजा तो तब है जब 10 दिन में पांच लाख से अधिक लोग आएं, यह मेला केवल (रामलीला) मंचन के कारण नहीं होता, इसमें खाने-पीने के स्टॉल, बच्चों के लिए झूले आदि भी होते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इस साल हम 10 दिनों तक चलने वाले उत्सव को महज एक दिन में समेट देंगे।’’ डीडीएमए ने रामलीला के आयोजन की अनुमति 30 सितंबर को दी। यह अनुमति छह अक्तूबर को आयोजन से महज एक सप्ताह पहले दी गयी, इसके कारण अजमेरी गेट के रामलीला मैदान में इसका आयोजन करने वाली श्रीराम लीला समिति ने इस बार आयोजन नहीं करने का निर्णय लिया है।