A
Hindi News दिल्ली दिल्ली में लगातार बढ़ रहा पारा फिर भी डॉक्टर्स AC न चलाने की क्यों दे रहे सलाह?

दिल्ली में लगातार बढ़ रहा पारा फिर भी डॉक्टर्स AC न चलाने की क्यों दे रहे सलाह?

पिछले एक हफ्ते से दिल्ली में लगातार तापमान में इजाफा हो रहा है। ऐसे में एडजस्ट करना काफी मुश्किल हो रहा है। इसलिए ज़रूरी है कि लोग इससे निपटने के लिए तैयार रहें और शरीर को बदलते हुए तापमान के अनुसार ढालें। क्योंकि एक तो बढ़ती गर्मी ऊपर से प्रदूषण की मार को सहन करना आसान नहीं है।

Delhi Temperature- India TV Hindi Image Source : FILE Delhi Temperature

Highlights

  • दिल्ली में लगातार बढ़ रहा पारा
  • एडजस्ट करना काफी मुश्किल हो रहा
  • शरीर को बदलते तापमान के अनुसार ढालें

दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली का पारा दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है। मौसम विभाग ने लू चलने की चेतावनी भी दे दी है। मार्च में ही मई-जून वाली गर्मी का एहसास हो रहा है। फिलहाल दिल्ली का तापमान 38 डिग्री तक पहुंच चुका है। पिछले एक हफ्ते से लगातार तापमान में इजाफा हो रहा है। ऐसे में एडजस्ट करना काफी मुश्किल हो रहा है। इसलिए ज़रूरी है कि लोग इससे निपटने के लिए तैयार रहें और शरीर को बदलते हुए तापमान के अनुसार ढालें। क्योंकि एक तो बढ़ती गर्मी ऊपर से प्रदूषण की मार को सहन करना आसान नहीं है। 

दुनिया की सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर है दिल्ली

लगातार दूसरे साल भारत की राजधानी दिल्ली दुनिया की सबसे प्रदूषित शहरों में शीर्ष पर है। WHO की वायु गुणवत्ता सूचकांक के मानकों में दुनिया का कोई भी देश खरा नहीं उतरा है। मंगलवार को जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि नई दिल्ली में 2021 में पीएम 2.5 सांद्रता में 14.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। पीएम 2.5, 2020 में 84 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से बढ़कर 94.4 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर हो गया है। 

क्या करें, क्या ना करें?

खूब पानी पीएं, खानपान में हरी सब्जी और लिक्विड का इस्तेमाल ज्यादा करें। अभी दिन में भले ही गर्मी तेज लग रही है, पर रात में मौसम ठीक है। डॉक्टर्स का कहना है कि अभी लोगों को AC चलाने से बचना चाहिए। क्योंकि इससे बुखार, शरीर का टूटना, सिरदर्द और जोड़ों में दर्द की समस्याएं हो सकती हैं। खासकर अगर घर में बच्चे हैं तो फिलहाल एसी बिल्कुल ना चलाएं। 

क्यों कम हो जाती है इम्यूनिटी?

डॉक्टर्स के मुताबिक ब्रेन में हाइपोथैलेमस होता है। यह शरीर को इंटरनल तापमान को बैलेंस करता है। भले ही बाहर तापमान कितना भी कम या ज्यादा क्यों न हो यह बॉडी के अंदर का तापमान 98.6 डिग्री तक बनाकर रखता है। शरीर के अंदर म्यूकोसा की लेयर भी होती है जो सभी अंगों का बचाव करती है, लेकिन अचानक तापमान में बड़े बदलाव से शरीर की प्रोटेक्टिव लेयर यानी म्यूकोसा प्रभावित हो जाती है। इस वजह से इंसान की इम्यूनिटी कम हो जाती है।