A
Hindi News दिल्ली डेंजर लेवल के ऊपर बह रही यमुना, बाढ़ को लेकर दिल्ली अलर्ट, CM रेखा गुप्ता ने क्या कहा?

डेंजर लेवल के ऊपर बह रही यमुना, बाढ़ को लेकर दिल्ली अलर्ट, CM रेखा गुप्ता ने क्या कहा?

राजधानी दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से ज्यादा बारिश नहीं हुई लेकिन बावजूद इसके यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर ने दिल्ली के लोगों की टेंशन बढ़ा दी है।

स्थानीय लोग यमुना नदी...- India TV Hindi Image Source : PTI स्थानीय लोग यमुना नदी के उफान से घिरे इलाके से गुजरते हुए।

राजधानी दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से ज्यादा बारिश नहीं हुई लेकिन बावजूद इसके यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर ने दिल्ली के लोगों की टेंशन बढ़ा दी है। दरअसल, दिल्ली में यमुना खतरे के निशान के करीब हैं। मंगलवार सुबह 6 बजे यमुना का वॉटर लेवल 205.91 मीटर रिकॉर्ड किया गया जो खतरे के निशान के करीब है। असल में हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से लाखों क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इस वजह से हर घंटे हरियाणा से करीब 45 हजार क्यूसेक पानी दिल्ली पहुंच रहा है।

बता दें कि दिल्ली के लिए चेतावनी स्तर 204.50 मीटर जबकि खतरे का स्तर 205.33 मीटर है और 206 मीटर पर लोगों को हटाने की प्रक्रिया शुरू की जाती है। 

क्यों बढ़ रहा यमुना नदी का जलस्तर?

जलस्तर में वृद्धि का मुख्य कारण वजीराबाद और हथिनीकुंड बैराज से हर घंटे भारी मात्रा में पानी छोड़ा जाना है। बाढ़ नियंत्रण विभाग के अनुसार, हथिनीकुंड बैराज से लगभग 57,460 क्येसूक पानी छोड़ा जा रहा है वहीं वजीराबाद बैराज से हर घंटे 36,064 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इन बैराज से छोड़े गए पानी को दिल्ली पहुंचने में आमतौर पर 48 से 50 घंटे का समय लगता है। 15 अगस्त को दोपहर एक बजे नदी का जलस्तर 204.65 मीटर पर पहुंच गया था और अगले दिन यह 205.11 मीटर पर पहुंच गया था।

Image Source : ptiलगातार बढ़ रहा यमुना का जलस्तर।

इन इलाकों में बाढ़ का खतरा

फिलहाल यमुना का जलस्तर बढ़ने से रिवर बेड पर बने इलाकों और लो लाइंग एरिया पर बाढ़ का खतरा बना हुआ है। इन इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। अगर बाढ़ जैसे हालात बनते हैं तो यहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया जाएगा जिसका जायजा सोमवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने  लिया।

CM रेखा गुप्ता ने क्या कहा?

यमुना नदी के खतरे के निशान को पार करने के बाद, सीएम रेखा गुप्ता ने सोमवार को आश्वासन दिया कि राष्ट्रीय राजधानी में व्यापक बाढ़ नहीं आएगी और यह सुरक्षित क्षेत्र में है। सीएम ने कहा कि जलभराव की स्थिति सिर्फ डूब क्षेत्र तक ही सीमित रहेगी। जल संसाधन मंत्री प्रवेश साहिब सिंह के साथ गुप्ता ने राष्ट्रीय राजधानी में यमुना नदी और आसपास के इलाकों में बाढ़ प्रबंधन की समीक्षा की। सीएम ने कहा कि सभी विभाग सतर्कता के साथ दिन-रात काम कर रहे हैं और स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। उन्होंने आगे बताया कि राहत और बचाव कार्यों के लिए प्रमुख स्थानों पर 14 नौकाएं तैनात की गई हैं।

यह भी पढ़ें-

आज का मौसमः बिहार के 20 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, येलो अलर्ट जारी, गरजेंगे बादल और चलेंगी तेज हवाएं