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Hindi News दिल्ली दिल्ली: 1978 के बाद रिकार्ड स्तर पर पहुंचा यमुना का जलस्तर, कभी भी चेतावनी हो सकती है जारी!

दिल्ली: 1978 के बाद रिकार्ड स्तर पर पहुंचा यमुना का जलस्तर, कभी भी चेतावनी हो सकती है जारी!

भारी बारिश के कारण नदी व नाले उफान पर हैं। इस कारण यमुना नदी का भी जलस्तर रिकार्ड लेवल पर पहुंच गया है। आईएमडी के मुताबिक, दिल्ली में रविवार को 153 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में हुई सबसे ज्यादा बारिश है।

delhi, yamuna- India TV Hindi Image Source : PTI 1978 के बाद रिकार्ड स्तर पर पहुंचा यमुना का जलस्तर

दिल्ली में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ के पानी से यमुना नदी में उफान ला दिया है। इस उफान के कारण यमुना का जलस्तर बढ़कर 207.25 मीटर तक पहुंच गया है, जो 1978 के बाद अब तक के सबसे ज्यादा रिकार्ड स्तर 207.49 के करीब है। सेंट्रल वाटर कमीशन (CWC) के बाढ़-निगरानी पोर्टल के मुताबिक, पुराने रेलवे पुल पर यमुना का जलस्तर साल 2013 के बाद पहली बार सुबह 4 बजे 207 मीटर के निशान से ज्यादा हो गया था और बुधवार को सुबह 8 बजे तक बढ़कर यह 207.25 मीटर तक पहुंच गया। सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, बुधवार दोपहर 12 बजे तक नदी का जलस्तर बढ़कर 207.35 मीटर हो जाएगा और आगे भी ये जलस्तर में बढ़ती रहेगी। 

साल 2013 के बाद सबसे ज्यादा

गौरतलब है कि दिल्ली में पिछले 3 दिनों में यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। रविवार सुबह 11 बजे जलस्तर 203.14 मीटर दर्ज किया गया था, जो उम्मीद से 18 घंटे पहले ही खतरे के निशान 205.33 मीटर से ज्यादा पहुंच गया। यमुना का जलस्तर सोमवार की रात 206 मीटर के निशान आ गया था, जिससे बाढ़ संभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजना पड़ा और सड़क और रेल यातायात के लिए पुराने रेलवे पुल को बंद कर दिया गया। सीडब्ल्यूसी के आंकड़ों के अनुसार, यमुना का मौजूदा जलस्तर साल 2013 के बाद सबसे ज्यादा है, उस समय यमुना 207.32 मीटर के लेवल पर पहुंच गई थी। 

बचाव कार्य के लिए 45 नाव तैनात 

एक अधिकारी ने जानकारी दी कि दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में लगातार भारी बारिश से ऊपरी क्षेत्रों में जल का स्तर बढ़ने और संतृप्त मिट्टी के कारण यमुना के जलस्तर में अचानक बढ़ोतरी दर्ज हुई है। विभाग ने कहा कि निचले इलाके में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। उन्होंने कहा कि निकासी और बचाव कार्य के लिए 45 नाव तैनात की गई हैं। साथ ही निकाले गए लोगों को राहत देने के लिए कई संगठनों की मदद ली जा रही है। विभाग ने बताया, "पुराने रेलवे पुल को बंद कर दिया गया है। साथ ही अतिरिक्त पानी छोड़ने और लंबे समय तक उच्च जल स्तर को रोकने के लिए ओखला बैराज के सभी फाटक खोल दिए गए हैं।" 

अलर्ट पर विभाग व अधिकारी

अधिकारियों ने बताया कि अगर ऐसे ही जलस्तर में बढ़ोतरी होती रही तो विभाग को चेतावनी जारी करेगा। विभाग ने कहा कि इस काम के लिए संबंधित जिलों के जिलाधिकारी और उनकी सेक्टर समितियां अलर्ट पर हैं और बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिये सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग, दिल्ली पुलिस, दिल्ली जल बोर्ड, दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड और अन्य संस्थाओं के साथ काम कर रही हैं। 

गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को एक समारोह में कहा था कि दिल्ली में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने की आशंका नहीं है, लेकिन सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। दिल्ली सरकार ने पहले रविवार और बाद में मंगलवार को बाढ़ की चेतावनी और जारी की थी और अधिकारियों से सतर्क रहने और संवेदनशील इलाकों में आवश्यक कार्रवाई करने को कहा गया था। बता दें कि उत्तर-पश्चिम भारत में पिछले 3 दिन से लगातार बारिश हो रही है, इससे नदियां व नाले उफान पर हैं।

(इनपुट- पीटीआई)

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