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Hindi News दिल्ली Delhi-NCR में प्लॉट खरीदने से पहले रखें इन बातों का ध्यान, नहीं तो डूब जाएंगे आपके लाखों रुपये

Delhi-NCR में प्लॉट खरीदने से पहले रखें इन बातों का ध्यान, नहीं तो डूब जाएंगे आपके लाखों रुपये

यमुना विकास प्राधिकरण के आवासीय योजना में प्लाट दिलाने के नाम पर कुछ लोगों ने उनसे संपर्क किया, तथा उनसे लाखों रुपए की ठगी कर ली। उन्होंने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच कर रही पुलिस ने आज इस मामले में मधुर सहगल को गिरफ्तार किया है।

प्लाट- India TV Hindi Image Source : TWITTER प्लाट

साइबर अपराधी लोगों को चूना लगाने के लिए हर रोज तरीका बदल रहे हैं। किसके साथ किस तरह से साइबर क्राइम हो जाए पता नहीं है। अब एक नया मामला उत्तर प्रदेश से सामने आया है। जहां पर एक साइबर अपराधी लोगों के साथ अलग तरीके से स्कैम कर रहा था। पुलिस ने पूरे मामले का उजागर किया है। अपराधी ने फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को ठगने का काम किया है।    

लोगों ने पुलिस में शिकायत की
उत्तर प्रदेश के जनपद गौतमबुद्ध नगर के बिसरख थाना पुलिस ने यमुना विकास प्राधिकरण की फर्जी वेबसाइट बनाने तथा यमुना विकास प्राधिकरण क्षेत्र में प्लाट आवंटित करने का झांसा देकर लोगों से लाखों रुपये की ठगी करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इसकी जानकारी दी। थाना बिसरख के प्रभारी निरीक्षक उमेश बहादुर सिंह ने बताया कि कई लोगों ने थाने में शिकायत की थी।

दर्ज की गई FIR
यमुना विकास प्राधिकरण के आवासीय योजना में प्लाट दिलाने के नाम पर कुछ लोगों ने उनसे संपर्क किया, तथा उनसे लाखों रुपए की ठगी कर ली। उन्होंने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच कर रही पुलिस ने आज इस मामले में मधुर सहगल को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपी ने पुलिस को सूचना दी कि यमुना प्राधिकरण की फर्जी बेबसाइट उसने बनायी और यमुना प्राधिकरण की साइट से मिलते जुलते कागजात अपलोड किए गए थे और लोगों के साथ ठगी की 

साइबर क्राइम को कैसे रोकें?

  • अपने ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) को अपडेट रखें।
  • अपडेटेड सॉफ्टवेयर्स/एप्लीकेशन्स का इस्तेमाल करें।
  • इंटरनेट एक्सेस के लिए उपयोग किए जाने वाले उपकरणों पर हमेशा एंटीवायरस का उपयोग करें और उन्हें अपडेट रखें।
  • केवल वैध वेबसाइटों तक पहुँचने के लिए वेब ब्राउज़िंग रेलिंग सेट करें।
  • मजबूत पासवर्ड का प्रयोग करें और उन्हें बदलते रहें।
  • अलग-अलग प्लेटफॉर्म के लिए कभी भी एक ही पासवर्ड का इस्तेमाल न करें।
  • स्पैम ईमेल में अटैचमेंट/यूआरएल खोलने से बचें।
  • ऐसे लिंक न खोलें जिनका सोर्स अज्ञात हो।
  • संदिग्ध संदेश/ईमेल के मामले में सीधे स्रोत से संपर्क करें।
  • बैंक खाते की शेष राशि और गतिविधियों से अवगत रहें।
  • जब कोई व्यक्ति दुर्भावनापूर्ण तरीके से इंटरनेट पर आपसे संपर्क करता है, तो बिना देर किए साइबर अपराध की शिकायत दर्ज करें।