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Hindi News दिल्ली दिल्ली के इस मशहूर मंदिर ने क्यों तोड़ा खुद का गेट, क्या है LG से कनेक्शन? जानें पूरा माजरा

दिल्ली के इस मशहूर मंदिर ने क्यों तोड़ा खुद का गेट, क्या है LG से कनेक्शन? जानें पूरा माजरा

दिल्ली के रानी झांसी रोड पर स्थित प्राचीन झंडेवालान मंदिर का गेट तोड़ दिया गया है। मंदिर प्रशासन ने यह गेट खुद तोड़ा है। वहीं गेट तोड़े जाने पर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने आभार व्यक्त किया है।

मंदिर प्रशासन ने खुद तोड़ा मंदिर का गेट।- India TV Hindi Image Source : INDIA TV मंदिर प्रशासन ने खुद तोड़ा मंदिर का गेट।

नई दिल्ली: दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना की रिक्वेस्ट पर मंदिर प्रशासन ने खुद का गेट तुड़वा दिया। वहीं यह गेट काफा प्राचीन बताया जा रहा था। हालांकि मंदिर प्रशासन का भी मानना है कि गेट हटाए जाने से पैदल यात्रियों को काफी राहत मिलेगी। इसके साथ ही फुटओवर ब्रिज से आने वाले लोगों को भी सड़क पर नहीं चलना पड़ेगा। वहीं मंदिर प्रशासन द्वारा गेट हटाए जाने पर दिल्ली के उपराज्यपाल ने आभार व्यक्त किया। साथ ही उन्होंने मंदिर प्रबंधन की नागरिक भावना को सलाम भी लिखा। उन्होंने लिखा कि इस कदसे से बहुत सारे स्थानीय लोगों को फायदा मिलेगा।

पैदल यात्रियों को होगी सुविधा

दरअसल, ये पूरा मामला दिल्ली के रानी झांसी रोड पर स्थित प्राचीन झंडेवालान मंदिर का है। यहां पर मंदिर प्रशासन ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना के अनुरोध पर फुटओवर ब्रिज के बगल में बना अपना प्राचीन गेट गिरा दिया है। वहीं यह गेट हटाए जाने से पैदल चलने वाले लोगों को काफी आसानी होगी। इस घटना को लेकर एलजी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट किया है। उन्होंने इसके लिए मंदिर प्रसाशन के फैसले की तारीफ की है। इस फैसले से मंदिर के पास पैदल चलने वाले लोगो को सुविधा होगी साथ ही सदर बाजार, आजाद मार्किट आसपास के इलाकों में ट्रैफिक की परेशानी भी दूर होगी।

एलजी ने एक्स पर जताया आभार

उन्होंने एक्स पर लिखा कि 'रानी झाँसी मार्ग पर स्थित प्राचीन झंडेवालान मंदिर ने मेरे अनुरोध पर स्वेच्छा से फुटओवर ब्रिज के बगल में अपना गेट गिरा दिया है। यह अनुकरणीय अभ्यास पैदल यात्रियों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करेगा और उत्तर और दक्षिण दिल्ली को जोड़ने वाली इस महत्वपूर्ण सड़क पर ट्रैफिक जाम को कम करेगा।' आगे उन्होंने लिखा कि 'इससे ईदगाह, सदर बाजार, आजाद मार्केट, मॉडल बस्ती, पुल बंगश और मोतिया खान जैसे भारी भीड़भाड़ वाले इलाकों के निवासियों और यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। मंदिर प्रबंधन की नागरिक भावना को मेरा सलाम।'

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