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Hindi News दिल्ली ढाई महीने बाद पहली बार कैमरे पर दिखा मौलाना साद, अबू बकर मस्जिद में पढ़ी जूमे की नमाज

ढाई महीने बाद पहली बार कैमरे पर दिखा मौलाना साद, अबू बकर मस्जिद में पढ़ी जूमे की नमाज

तबलीगी जमात के मुखिया और दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज मामले में आरोपी मौलाना साद ने जाकिर नगर स्थित अबू बकर मस्जिद में जूमे की नमाज अदा की।

मौलाना साद ने अबू बकर मस्जिद में पढ़ी जूमे की नमाज, नीला थैला लिए आया नजर- India TV Hindi Image Source : CCTV FOOTAGE मौलाना साद ने अबू बकर मस्जिद में पढ़ी जूमे की नमाज, नीला थैला लिए आया नजर

नई दिल्ली: तबलीगी जमात के मुखिया और दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज मामले में आरोपी मौलाना साद ने जाकिर नगर स्थित अबू बकर मस्जिद में  जूमे की नमाज अदा की। यहां उसे नीले रंग का बैग हाथ में लिए देखा गया है। बता दें कि मरकज मामले के बाद से मौलाना साद छिपा हुआ है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम मामले की जांच कर रही है।

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम मौलाना साद को अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है। हालांकि, उसके खिलाफ शिकंजा कसा जा रहा है।  क्राइम ब्रांच के सूत्रों के मुताबिक, मौलाना साद और निजामुद्दीन में स्थित मरकज से जुड़े कुल 32 बैंक खातों को हाल ही में फ्रीज किया गया है। फ्रीज हुए खातों में मरकज का मुख्य खाता भी शामिल है, जो पुरानी दिल्ली के लाल कुआं में स्थित बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में है।

हाल ही में क्राइम ब्रांच की टीम ने जाकिर नगर इलाके में छापा भी मारा था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मौलाना साद के बेटे से पूछताछ के बाद क्राइम ब्रांच ने जाकिर नगर  में मरकज प्रबंधन से जुड़े एक शख्स के घर रेड की थी। क्राइम ब्रांच ने यहां से वित्तीय लेन-देन से संबंधित कुछ कागजात बरामद किए गए थे। खबरें हैं कि यह शख्स जमात के लिए आने-जाने की व्यवस्था करता था।

बता दें कि दिल्ली के निजामुद्दीन में स्थित तबलीगी जमात के मरकज में मार्च के महीने में एक कार्यक्रम हुआ था। इस कार्यक्रम में शामिल हुए हजारों लोगों में से कई कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। तबलीगी जमात के मरकज से निकले मामलों के सामने आने के बाद भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की तादाद काफी तेजी से बढ़ी थी। 

सरकार और प्रशासन ने जमात के लोगों से खुद सामने आकर टेस्ट कराने को कहा था लेकिन मौलाना साद समेत सैकड़ों जमाती अंडरग्राउंड हो गए, जिसके बाद से तबलीगी जमात के चीफ और अन्य कई सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। हालांकि, मौलाना साद ने अप्रैल में गुपचुप तरीके से कोरोना वायरस जांच कराई थी, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी।