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Hindi News एजुकेशन Rajasthan Diwas 2024: आज 75 वर्ष का हुआ राजस्थान, 8 साल 7 महीने और 14 दिनों का लगा था समय

Rajasthan Diwas 2024: आज 75 वर्ष का हुआ राजस्थान, 8 साल 7 महीने और 14 दिनों का लगा था समय

हर साल की तरह आज भी राजस्थान की स्थापना को दर्शाने के लिए राजस्थान दिवस मनाया जा रहा। आज के दिन राजस्थान 75 वर्ष का का हो गया। राजस्थान, जो क्षेत्रफल के लिहाज से आज भारत का सबसे बड़ा राज्य है और जनसंख्या के मामले में सातवां सबसे बड़ा राज्य है।

राजस्थान दिवस 2024- India TV Hindi Image Source : PEXELS राजस्थान दिवस 2024

Rajasthan Diwas 2024: आज राजस्थान को बने हुए 75 वर्ष हो गए या यूं कहें कि आज यानी 30 मार्च 2024 को 75 साल का हो गया।  30 मार्च, 1949 को राजस्थान प्रदेश बन गया था। भारत का यह जीवंत राज्य अपने राजसी किलों, रंगीन संस्कृति और समृद्ध इतिहास के लिए जाना जाता है। देश का यह राज्य आज क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा प्रदेश है, जो अपने गौरवशाली इतिहास के लिए मशहूर है। इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि विकसित व आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में इस मरुधर प्रदेश की भूमिका बेहद अहम रहने वाली है। 

आज का राजस्थान पहले था 'राजपुताना'

आज ही के दिन साल 1949 में 19 रियासतों और 3 ठिकाने को मिलाकर 'राजस्थान' की स्थापना की गई थी। आज जिसे हम राजस्थान के नाम से जानते हैं, उसे आजादी से पूर्व  'राजपुताना' के नाम से जाना जाता था, जिसका अर्थ है "राजपूतों का देश।" लेकिन 7 चरणों में रियासतों का एकीकरण पूरा होने के बाद इसका नाम 'राजस्थान' रखा गया। क्षेत्रफल के मद्देनजर से आज यह भारत का सबसे बड़ा राज्य है। 

8 साल 7 महीने और 14 दिनों में कुल सात चरणों से बना राजस्थान 

राजस्थान हमेशा से एक राज्य नहीं था। आजादी मिलने के बाद जब देश के एकीकरण की प्रक्रिया चल रही थी, तब कई रियासतों के राजाओं ने मांग की थी कि उन्हें उनके प्रांत का शासन चलाने का अधिकार दिया जाए, क्योंकि उन्हें अपने प्रांत को चलाने का अच्छा और लंबा अनुभव है। लेकिन सरकार की तरफ से सभी रियासतों का एकीकरण करने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही राजस्थान की भी सभी रियासतों के एकीकरण करने के लिए प्रक्रिया प्रारंभ हुई थी। यह प्रोसेस 8 साल 7 महीने और 14 दिनों में कुल सात चरणों में पूरी की गई, जिसके बाद बना एक राजस्थान। 

1949 में, कई रियासतें और छोटी रियासतें एक साथ आकर राजस्थान का बड़ा राज्य बनीं। इस एकीकरण के काम का श्रेय सरदार वल्लभभाई पटेल को दिया जाता है, जिन्हें "भारत का लौह पुरुष" भी कहा जाता है। 

टूरिज्म के लिए भी बेस्ट डेस्टिनेशन 

राजस्थान दिवस राजस्थान के लोगों के लिए अपनी विरासत को प्रतिबिंबित करने और अपनी विशिष्ट पहचान का जश्न मनाने का एक समय है। इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम, परेड और पारंपरिक प्रदर्शन सड़कों को रंग और खुशी से भर देते हैं। इस राज्य को टूरिज्म के लिए भी बेस्ट प्लेस माना जाता है। राजस्थान का उम्मैद भवन पैलेस विश्व का सबसे बड़ा प्राइवेट रेजीडेंस है। 

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