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Hindi News एजुकेशन काउंसिलिंग क्षेत्र में भी बना सकते हैं बेहतर फ्यूचर, बस करना होगा ये काम

काउंसिलिंग क्षेत्र में भी बना सकते हैं बेहतर फ्यूचर, बस करना होगा ये काम

आजकल के भाग-दौड़ भरी लाइफ में करीब-करीब सभी को काउंसिलिंग की जरूरत होती है। इसलिए इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। काउंसिलिंग के क्षेत्र में आप अपना बेहतर भविष्य बना सकते हैं।

काउंसिलिंग क्षेत्र में भी हैं बेहतर करियर- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO (FREEPIK.COM) काउंसिलिंग क्षेत्र में भी हैं बेहतर करियर

आजकल के भाग-दौड़ भरी लाइफ हर कोई करीब-करीब परेशान रहता है। लेकिन कभी-कभी परेशानी इतनी बड़ी हो जाती है कि लोग डिप्रेशन में चले जाते हैं। संभवत: आपने या आपके करीबी ने उन प्रॉब्लम्स के दौरान सलाह जरूर दिए होंगे। अगर यही काम आप या आप प्रोफेसनल लेवल पर करें तो आप सफल काउंसलर बन अच्छी कमाई कर सकते हैं। भारत समेत कई देशों में अब इस क्षेत्र में सफल करियर है। इसके लिए आपको देश के किसी यूनिवर्सिटी से कोर्स या सर्टिफिकेट प्राप्त करना होगा।

एकेडमिक कोर्सेज और क्वालिफिकेशन

उम्मीदवार को किसी भी बोर्ड से किसी भी स्ट्रीम में 12वीं पास होना जरूरी है। इसके बाद स्टूडेंट्स विभिन्न सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और अंडरग्रेजुएट/ पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री कोर्सेज कर सकते हैं-

डिप्लोमा – एजुकेशनल काउंसलिंग
सर्टिफिकेट – काउंसलिंग
बीए/ बीएससी – साइकोलॉजी/ एप्लाइड साइकोलॉजी
एमए/ एमएससी - साइकोलॉजी/ एप्लाइड साइकोलॉजी/ काउंसलिंग साइकोलॉजी
पीजी डिप्लोमा – काउंसलिंग साइकोलॉजी/ गाइडेंस एंड काउंसलिंग/ साइकोलॉजिकल काउंसलिंग
पीएचडी – काउंसलिंग/ काउंसलिंग साइकोलॉजी
एमएड – गाइडेंस साइकोलॉजी
एमएससी – साइकोलॉजिकल काउंसलिंग/ काउंसलिंग एंड साइकोथेरेपी
एमफिल – गाइडेंस एंड काउंसलिंग

नोट: स्टूडेंट्स काउंसलिंग के क्षेत्र में कुछ एजुकेशनल कोर्सेज कॉरेस्पोंडेंस या डिस्टेंस लर्निंग के जरिए भी कर सकते हैं।

एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स

दिल्ली यूनिवर्सिटी, दिल्ली
जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ पब्लिक कोऑपरेशन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट, नई दिल्ली
नेशनल काउंसिल ऑफ़ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT), नई दिल्ली  
महाऋषि दयानंद यूनिवर्सिटी, रोहतक
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, बनारस
टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ़ सोशल साइंसेज, मुंबई
पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़
अलीगढ़ यूनिवर्सिटी, अलीगढ़
क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बैंगलोर

जरुरी स्किल्स
अगर आपके पास नीचे दिए वर्किंग स्किल्स हैं तो  काउंसलिंग के क्षेत्र में सफल हैं-

काउंसलर अपने क्लाइंट्स की बात और प्रॉब्लम्स को बड़े ध्यान और एकाग्रता से सुन सके। साथ ही अपने क्लाइंट या पेशेंट का केस काउंसलर्स बड़े स्पष्ट शब्दों में लिखें और अन्य लोगों या महत्वपूर्ण एजेंसियों को बता सकें।
काउंसलर के पास बेहतरीन इंटरव्यू स्किल्स होने चाहिए।
बात करते समय काउंसलर क्लाइंट्स के दुःख और परेशानी को अपना दुःख और परेशानी समझें।
डिप्रेशन से जूझ रहे लोगों को प्रोफेशनल और मानवीय आधार पर डील करना इन पेशेवरों के लिए एक महत्वपूर्ण वर्किंग स्किल है।
काउंसलिंग एक कॉंफिडेंशल सर्विस है और इन पेशेवरों को अपने क्लाइंट्स के केस डील करते समय कॉंफिडेंशिएलटी का पूरा ध्यान रखना चाहिए।

सैलरी

काउंसलिंग की क्षेत्र में शुरूआत में आप 30-40 हजार रुपये महीना कमा सकते हैं। इन पेशेवरों की एजुकेशनल क्वालिफिकेशन और वर्क एक्सपीरियंस के मुताबिक इनकी सैलरी हर साल बढ़ती रहती है। प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले काउंसलर्स को उनके हर काउंसलिंग सेशन के मुताबिक कम से कम 500 रुपये से 2000 रुपये तक फीस मिलती है। इस फील्ड में एक्सपर्ट टॉप काउंसलर्स 70 – 80 हजार रुपये मासिक या उससे अधिक कमाई भी कर सकते हैं।

करियर ऑप्शन्स

एजुकेशनल एंड करियर गाइडेंस काउंसलर–ये काउंसलर विभिन्न स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटीज़ में छात्रों को एजुकेशन, सब्जेक्ट कोर्स और फ्यूचर करियर गोल्स के लिए सलाह देते हैं। ये काउंसलर्स स्टूडेंट्स को उनकी पर्सनल प्रॉब्लम्स, एकेडेमिक प्रॉब्लम्स, सोशल या बिहेवियर प्रॉब्लम्स से निपटने के लिए भी सलाह देते हैं।

हेल्थ काउंसलर – हेल्थ काउंसलर अपने पेशेंट्स और उनके केयरटेकर्स को विभिन्न बीमारियों, दवाई की डोज़, डाइट आदि के संबंध में सभी जरुरी परामर्श देते हैं। ये हेल्दी क्लाइंट्स को भी महत्वपूर्ण हेल्थ टिप्स जैसेकि डाइट प्लान या फिजिकल फिटनेस के बारे में जरुरी सलाह देते हैं।

रिहैबिलिटेशन काउंसलर – बीमारी, जन्म, एक्सीडेंट या दिव्यांग या मानसिक तौर पर परेशान व्यक्तियों के पुनर्वास में ये पेशेवर अपना महत्वपूर्ण रोल निभाते देते हैं। ये पेशेवर दिव्यांगजनों की हर प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए समय-समय पर उपयोगी सलाह देते रहते हैं।

मेंटल हेल्थ काउंसलर – ये पेशेवर मानसिक रोगियों या दिमागी तौर पर अस्थिर लोगों के इमोशन्स और बिहेवियर की स्टडी करके जरुरी सलाह देते हैं। डिप्रेशन, स्ट्रेस, एनजायटी और सुसाइडल टेंडेंसी वाले लोगों को ये पेशेवर उनके जीवन के लिए उपयोगी सलाह देते हैं।

ड्रग एब्यूज़ काउंसलर – ये काउंसलर विभिन्न नशा-मुक्ति केंद्रों में ड्रग्स, स्मोकिंग या एल्कोहल या जीवन के लिए हानिकारक नशों को छोड़ने में अपनी उपयोगी काउंसलिंग के जरिए लोगों की मदद करते हैं।
  

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