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Hindi News चुनाव 2024 बिहार विधान सभा चुनाव 2020 बिहार: जिन्ना विवाद पर कांग्रेस ने दी सफाई, भाजपा पर किया अटैक

बिहार: जिन्ना विवाद पर कांग्रेस ने दी सफाई, भाजपा पर किया अटैक

बिहार में दरभंगा जिले की जाले विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। आरोप लग रहा है कि जाले विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार मशकूर अहमद उस्मानी जिन्ना के समर्थक रहे हैं। हालांकि, कांग्रेस ने इसका खंडन किया है और भाजपा पर नफरत और विवाद खड़ा करने का आरोप लगाया है।

बिहार: जिन्ना विवाद पर कांग्रेस ने दी सफाई, भाजपा पर किया अटैक- India TV Hindi Image Source : ANI बिहार: जिन्ना विवाद पर कांग्रेस ने दी सफाई, भाजपा पर किया अटैक

पटना: बिहार में दरभंगा जिले की जाले विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। आरोप लग रहा है कि जाले विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार मशकूर अहमद उस्मानी जिन्ना के समर्थक रहे हैं। हालांकि, कांग्रेस ने इसका खंडन किया है और भाजपा पर नफरत और विवाद खड़ा करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस का कहना है भाजपा लोगों का ध्यान भटकाने के लिए नफरत फैक्ट्री में विवाद तैयार कर रही है।

कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, "ध्यान भटकाने के लिए BJP नफरत फैक्ट्री में विवाद तैयार कर रही है। हमारे जाले विधानसभा सीट से उम्मीदवार जिन्ना की विचारधारा के साथ कभी नहीं जुड़े। जब वह AMU के छात्र थे, तो उन्होंने AMU, संसद और बॉम्बे हाई कोर्ट से जिन्ना के तस्वीर को हटाने के लिए प्रधानमंत्री को लिखा था। लेकिन, प्रधानमंत्री मोदी ने कभी जवाब नहीं दिया।"

वहीं, भाजपा इस मामले को पूरा दम लगाकर उठा रही है। इससे पहले भाजपा सांसद और दिग्गज नेता गिरिराज सिंह ने कहा था, "अगर जाले उम्मीदवार (कांग्रेस के उम्मीदवार) जिन्ना का समर्थन करते हैं तो कांग्रेस और महागठबंधन के नेताओं को देश को जवाब देना होगा। कांग्रेस और महागठबंधन को बताना होगा कि क्या वह भी जिन्ना का समर्थन करते हैं? क्या शरजील इमाम उनके स्टार प्रचारक होंगे?"

मूल रूप से दरभंगा जिले के रहने वाले डॉ मशकूर उस्मानी 2017 में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) से छात्रसंघ चुनाव जीते। वह 2018 में तब चर्चा में आए जब AMU के छात्रसंघ के हॉल में मोहम्‍मद अली जिन्‍ना की तस्‍वीर पाई गई। इसके लेकर काफी विवाद खड़ा हुआ था, प्रदर्शन हुए थे, यहां तक की लाठीचार्ज भी हुआ था। हालांकि, बाद में छात्रसंघ अध्यक्ष रहे उस्मानी ने जिन्ना की विचारधारा के खिलाफ होने की बात कही थी।