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Hindi News चुनाव 2024 दिल्ली विधान सभा चुनाव 2020 अरविंद केजरीवाल पर पीएम मोदी ने साधा निशाना, कहा- सेना के शौर्य पर उठाए थे सवाल

अरविंद केजरीवाल पर पीएम मोदी ने साधा निशाना, कहा- सेना के शौर्य पर उठाए थे सवाल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के कड़कड़डूमा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा।

अरविंद केजरीवाल ने सेना के शौर्य पर सवाल उठाए थे: पीएम मोदी- India TV Hindi अरविंद केजरीवाल ने सेना के शौर्य पर सवाल उठाए थे: पीएम मोदी

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के कड़कड़डूमा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि "कुछ लोग राजनीति बदलने आए थे, उनका नकाब अब उतर चुका है। उनका असली रंग, रूप, और मकसद, उजागर हो गया है। आपको याद होगा जब सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी, तब इसी दिल्ली में देश की सेना, हमारे वीर जवानों को कठघरे में खड़ा कर दिया गया था।'

पीएम मोदी ने कहा कि "एक समय था जब दिल्ली में आए दिन आतंकी हमलों की वजह से, बम धमाकों में निर्दोष लोग मारे जाते थे। देश के सुरक्षाबलों और दिल्ली के लोगों की सतर्कता से अब ये हमले होने रुक गए हैं।" पीएम ने कहा कि "लेकिन याद करिए, जब इन्हीं हमलों के गुनहगारों को दिल्ली पुलिस ने बाटला हाउस में मार गिराया, तो उसे फर्जी एनकाउंटर कहा गया था। यही वो लोग हैं जिन्होंने बाटला हाउस में आतंकियों को मारने पर दिल्ली पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।"

प्रधानमंत्री ने कहा कि "यही वो लोग हैं जो भारत के टुकड़े-टुकड़े करने की इच्छा रखने वालों को आज तक बचा रहे हैं। क्या दिल्ली के लोग ये भूल सकते हैं? इसकी वजह क्या थी? वोटबैंक की राजनीति, तुष्टिकरण की राजनीति।" पीएम मोदी ने कहा कि "सीलमपुर हो, जामिया हो या फिर शाहीन बाग, बीते कई दिनों से सिजिटनशिप अमेंडमेंट बिल को लेकर प्रदर्शन हुए हैं। क्या ये प्रदर्शन सिर्फ एक संयोग हैं? नहीं। इसके पीछे राजनीति का एक ऐसा डिजायन है, जो राष्ट्र के सौहार्द को खंडित करने वाला है।"

अरविंद केजरावील पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि "पहली बार, देश को लोकपाल भी मिला। देश के लोगों को तो लोकपाल मिल गया, लेकिन दिल्ली के लोग आज भी इंतजार कर रहे हैं। इतना बड़ा आंदोलन और इतनी बड़ी-बड़ी बातें की गई थी, उन सबका क्या हुआ?" उन्होंने कहा कि ये सिर्फ एक कानून का विरोध होता तो सरकार के तमाम आश्वासनों के बाद यह समाप्त हो जाना चाहिए था, लेकिन आम आदमी पार्टी और कांग्रेस राजनीति का खेल खेल रहे हैं और वो सारे बाते अब उजागर हो चुकी हैं।