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Hindi News चुनाव 2024 इलेक्‍शन न्‍यूज केशव प्रसाद मौर्य के घर पहुंचने के लिए योगी आदित्यनाथ को क्यों लगे 4 साल? खुद उन्हीं से जानिए इसका जवाब

केशव प्रसाद मौर्य के घर पहुंचने के लिए योगी आदित्यनाथ को क्यों लगे 4 साल? खुद उन्हीं से जानिए इसका जवाब

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाल ही में कुछ दिनों पहले उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मिलने उनके घर पहुंचे थे। 4 साल में सीएम योगी का केशव मौर्य के घर जाना बड़ी घटना है।

<p>केशव प्रसाद मौर्य के...- India TV Hindi Image Source : PTI (FILE PHOTO) केशव प्रसाद मौर्य के घर पहुंचने के लिए योगी आदित्यनाथ को क्यों लगे 4 साल? खुद उन्हीं से जानिए इसका जवाब

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाल ही में कुछ दिनों पहले उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मिलने उनके घर पहुंचे थे। 4 साल में सीएम योगी का केशव मौर्य के घर जाना बड़ी घटना है। इस पर डिप्टी सीएम मौर्य ने कहा कि केशव प्रसाद और योगी आदित्यनाथ में कभी कोई दूरी नहीं थी, सदैव सुख दुख का हिस्सा हम सब लोग एक साथ रहे हैं। हमारे विपक्षी मित्रों के बारे में यही कहूंगा कि वे अपने अध्ययन के काम को बढ़ाए। बता दें कि इंडिया टीवी के शो चुनाव मंच पर केशव प्रसाद मौर्य ने यह बात कही।

मौर्य ने कहा, ''दुख के समय हम सब एक दूसरे के साथ थे, आज सुख का समय है। मैं और मेरा बेटा आरएसएस का स्वंयसेवक हूं और इसपर गर्व है, अगर आरएसएस के शीर्ष अधिकारी बच्चों को आशीर्वाद देने के लिए आए और साथ में मुख्यमंत्री भी आए तो विरोधियों को दर्द क्यों होता है मैं नहीं जानता।''

जब उनसे पूछा गया कि क्या 325 प्लस सीटों की उम्मीद क्या उम्मीद है या वास्तविकता है इसपर उन्होंने कहा, ''वास्तविकता में जब उत्तर प्रदेश का जब रिजल्ट आएगा तो पूरा प्रदेश, देश और विपक्ष के साथी देखेंगे कि जब हम 2017 में 300 पार की बात करते थे तो हमारे विरोधी हंसते थे लेकिन जब रिजल्ट आया तो जनता ने उनकी बोलती बंद कर दी।  भाजपा का जो बूथ स्तर पर संगठन का बल है उसके दम पर 2022 में हम 2017 को बेहतर तरीके से दोहराने का काम करेंगे। यूपी में फिर से सरकार बनाने का काम करेंगे।''

मौर्य ने आगे कहा, ''मैं इंडिया टीवी के माध्यम से पूरे प्रदेश और देश को लोगों को भरोसा देना चाहता हूं कि सभी लोग एकजुट हैं और एकजुटता से 2022 का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। बूथ स्तर पर हम इतने मजबूत हैं जितना विपक्ष नहीं है। विपक्ष ट्विटर पर है और भाजपा जमीन पर, सच बात ये है कि विरोधी जनता से दूर जा चुके हैं और भाजपा जनता के साथ है।''