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Hindi News चुनाव 2024 इलेक्‍शन न्‍यूज गुजरात विधानसभा चुनाव 2022: बालासिनोर विधानसभा सीट से Mansinh Kohyabhai Chauhan जीतें

गुजरात विधानसभा चुनाव 2022: बालासिनोर विधानसभा सीट से Mansinh Kohyabhai Chauhan जीतें

गुजरात विधानसभा चुनाव 2022: पिछले चुनाव पर नजर डालें तो 2017 में बालासिनोर विधानसभा चुनाव में कुल 49.44 प्रतिशत वोट पड़े। जानिए कौन इस सीट से आगे चल रहा है...

गुजरात विधानसभा चुनाव...- India TV Hindi Image Source : INDIA TV गुजरात विधानसभा चुनाव 2022

Gujarat Assembly Elections 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव 2022: पीएम मोदी गुजरात के लिए आज का दिन काफी अहम रहा है। विधानसभा चुनाव के वोटों की गिनती जारी हो गई है। यह बात साफ हो गई है कि इस बार गुजरात में किसकी सरकार बनेगी। तो गुजरात चुनाव नतीजों के लिए हमारे साथ बने रहिए। 

गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजों पर पूरे देश की नजर है। सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू हो गई थी। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या बालासिनोर विधानसभा सीट पर भी उलट-फेर देखने को मिलेगा। इस सीट पर किसका दबदबा रहेगा। आपको बता दें कि मध्य गुजरात क्षेत्र की बालासिनोर विधानसभा सीट खेड़ा जिले में आती है। इस बार भी कांग्रेस ने बालासिनोर सीट से अजीतसिंह पर्वतसिंह चौहान और भारतीय जनता पार्टी ने मानसिंह चौहान को मैदान में उतरा है। इस सीट पर किस प्रत्याशी को कितने वोट मिल रहे हैं, इसका हर पल का अपडेट यहां मिलेगा।

पिछले चुनाव में क्या रहा था परिणाम 

पिछले चुनाव पर नजर डालें तो 2017 में वालासिनोर विधानसभा चुनाव में कुल 49.44 प्रतिशत वोट पड़े। इस चुनाव में कांग्रेस के अजीतसिंह पर्वत सिंह चौहाण ने भारतीय जनता पार्टी के चौहाण मानसिंह कोहयाभाई को 10602 वोटों से हराया था। मध्य गुजरात की इस सीट पर परमार समुदाय की मौजूदगी 16 फीसदी से ज्यादा है। जबकि, यहां चौहान, ठाकुर और पटेल 7 प्रतिशत से ज्यादा हैं। इनके अलावा झाला भी 6 फीसदी हैं। हालांकि, इस संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं रतन सिंह, जो भारतीय जनता पार्टी से हैं। उन्होंने इंडियन नेशनल कांग्रेसके वीके खांट को 428541 से हराया था। 

इस बार भारतीय जनता पार्टी के चौहाण मानसिंह कोहयाभाई 51422 वोटों से कांग्रेस को हराया। 

लंबे समय से कांग्रेस का दबदबा 

बालासिनोर विधानसभा सीट एक तौर से कांग्रेस का गढ़ कह सकते हैं। इस सीट पर 1962 में कांग्रेस, 1967 में स्वतंत्र पार्टी, 1972 में कांग्रेस, 1975 में निर्दलीय, 1980 में कांग्रेस, 1985 में कांग्रेस, 1990 में बीजेपी, 1995 में राष्ट्रीय जनता पार्टी, 1998 में कांग्रेस, 2002 में बीजेपी, 2007 में कांग्रेस, 2012 में कांग्रेस और 2017 में भी कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। यानी, अधिकांश बार कांग्रेस ने यहां से अपना परचम लहराया है।