A
Hindi News चुनाव 2024 इलेक्‍शन न्‍यूज कर्नाटक में मिली हार, जानिए अब 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी का 'मिशन साउथ' कितना होगा चुनौतीपूर्ण?

कर्नाटक में मिली हार, जानिए अब 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी का 'मिशन साउथ' कितना होगा चुनौतीपूर्ण?

दक्षिण के आंध्र प्रदेश, केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु और तेलंगाना में बीजेपी अभी तक खुद को स्थापित करने की कोशिश कर रही है। क्योंकि दक्षिण के 6 राज्य हैं, जहां कुल 130 लोकसभा सीटें आती हैं। जो देश की कुल लोकसभ सीटों का 25 फीसदी है।

कर्नाटक में मिली हार, जानिए अब 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी का 'मिशन साउथ' कितना होगा चुनौतीपूर्ण- India TV Hindi Image Source : FILE कर्नाटक में मिली हार, जानिए अब 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी का 'मिशन साउथ' कितना होगा चुनौतीपूर्ण?

Karnataka Assembly Election: कर्नाटक चुनाव के ​परिणाम कांग्रेस के पक्ष में जा रहे हैं। कांग्रेस को कर्नाटक विधानसभा में प्रचंड बहुमत मिलता दिखाई दे रहा है। बीजेपी के लिए कर्नाटक की हार कई मायनों में चिंतन का विषय है। राज्य की कुल 224 सीटों में से कांग्रेस 135 के आसपास सीटों पर जीतती नजर आ रही है। कर्नाटक चुनाव की अहमियत को लोकसभा चुनाव 2024 से जोड़कर देखना बीजेपी के लिए बेहद अहम है। बीजेपी के 'मिशन साउथ' में कर्नाटक की हार कई तरह के सबक लेने वाली हार है।

उत्तर भरत, पश्चिम भारत, यहां तक कि मध्य भारत के साथ ही उत्तर पूर्व में भी बीजेपी का परचम लहरा रहा है। लेकिन दक्षिण में कर्नाटक की हार के साथ ही दक्षिण भारत के राज्यों में बीजेपी अब सत्ता से विदा हो गई है। सत्ता में जब दूसरी पार्टियां काबिज हो जाएं, तो बीजेपी को 2024 के लोकसभा चुनाव में कई तरह से चुनौती मिलेगी।

दक्षिण के 6 राज्यों में आती हैं कुल 130 लोकसभा सीटें

दरअसल, दक्षिण के आंध्र प्रदेश, केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु और तेलंगाना में बीजेपी अभी तक खुद को स्थापित करने की कोशिश कर रही है। क्योंकि दक्षिण के 6 राज्य हैं, जहां कुल 130 लोकसभा सीटें आती हैं। जो देश की कुल लोकसभ सीटों का 25 फीसदी है। ऐसे में राजनीतिक तौर पर दक्षिण भारत भी काफी महत्वपूर्ण है। 2019 में बीजेपी को कर्नाटक और तेलंगाना में सीटें मिली थी, लेकिन साउथ के बाकी राज्यों में उसे सीटें नहीं मिली थी।

बीजेपी के लिए कर्नाटक के बाद तेलंगाना, आंध्रप्रदेश भी हैं चुनौतीपूर्ण

कर्नाटक में बीजेपी की सरकार रही और इसके जरिए बीजेपी दक्षिण में अपने पैर पसारना चाहती थी। लेकिन कर्नाटक में झटका लगने पर अब नए सिरे से रणनीति बनाना होगी। नहीं तो कर्नाटक के बाद फिर तेलंगाना और आंध्र प्रदेश सहित दक्षिण के बाकी राज्यों में उसको बड़ा सियासी नुकसान हो सकता है। दरअसल, बीजेपी अपने दम पर दक्षिण के राज्यों में से सिर्फ कर्नाटक में ही जड़ें जमा सकी है। कर्नाटक को छोड़ दें तो दक्षिण के किसी भी राज्य में बीजेपी का कोई खास प्रभाव नहीं है। ऐसे में बीजेपी को नई रणनीति के साथ 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए तैयारी करना होगी।