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Hindi News चुनाव 2024 इलेक्‍शन न्‍यूज गोवा चुनाव: 'जीत के बाद ना बिकेंगे, ना दूसरी पार्टी में जाएंगे', केजरीवाल ने प्रत्याशियों से साइन कराया एफिडेविट

गोवा चुनाव: 'जीत के बाद ना बिकेंगे, ना दूसरी पार्टी में जाएंगे', केजरीवाल ने प्रत्याशियों से साइन कराया एफिडेविट

गोवा में इस बार मुकाबला दिलचस्प होने वाला है। राज्य में एक तरफ बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर होगी तो दूसरी ओर आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस भी अपनी किस्मत आजमाने उतर रही हैं।

arvind kejriwal- India TV Hindi Image Source : PTI (FILE PHOTO) गोवा चुनाव: 'जीत के बाद ना बिकेंगे, ना दूसरी पार्टी में जाएंगे', केजरीवाल ने प्रत्याशियों से साइन कराया एफिडेविट

नई दिल्ली: देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में आम आदमी पार्टी ने गोवा वासियों को भ्रष्टाचार मुक्त और कट्टर ईमानदार सरकार देने के इरादे से अपने सभी प्रत्याशियों से एक एफिडेविट साइन कराया है। 'आप' संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में बुधवार को पार्टी के गोवा में सीएम चेहरा अमित पालेकर ने सभी प्रत्याशियों को इस बात की सपथ दिलाई। इस मौके पर आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, आम आदमी पार्टी के सभी प्रत्याशी कट्टर ईमानदार होंगे। चुनाव जीतने के बाद ना कभी बिकेंगे और ना कभी दूसरी पार्टी में जाएंगे। गोवा में पिछले एक-दो चुनावों से देखा जा रहा है कि जीतने के बाद एमएलए भाजपा में चले जाते हैं। वे एक तरह से अपने मतदाताओं के वोट को बेच देते हैं, जो उनके साथ धोखा है।

एफिडेविट साइन करने की इसलिए जरूरत पड़ी, क्योंकि गोवा की जनता भरोसा नहीं करती है कि ईमानदारी से सरकार चल सकती है और ईमानदार प्रत्याशी हो सकते हैं। हर प्रत्याशी अपने निर्वाचन क्षेत्र के हर घर में एफिडेविट की एक-एक कॉपी भिजवाएगा, ताकि चुनाव जीतने के बाद अगर वे बेइमानी करते हैं या पार्टी बदलते हैं, तो उन पर केस कर सकते हैं।

इस दौरान गोवा में अमित पालेकर ने एफिडेविट को पढ़कर सभी प्रत्याशियों को शपथ दिलाई। गोवा की 40 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में चुनाव होंगे। 14 फरवरी को गोवा में मतदान होगा, जबकि 10 मार्च को नतीजे आएंगे। 21 जनवरी को नामांकन शुरू हो जाएंगे। 28 जनवरी को नामांकन की आखिरी तारीख होगी।

गोवा में इस बार मुकाबला दिलचस्प होने वाला है। राज्य में एक तरफ बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर होगी तो दूसरी ओर आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस भी अपनी किस्मत आजमाने उतर रही हैं।