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Hindi News चुनाव 2024 इलेक्‍शन न्‍यूज Gujarat Assembly Election: पालनपुर में बोले पीएम मोदी- यह चुनाव अगले 25 सालों के लिए गुजरात का भविष्य तय करेगा

Gujarat Assembly Election: पालनपुर में बोले पीएम मोदी- यह चुनाव अगले 25 सालों के लिए गुजरात का भविष्य तय करेगा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि गुजरात का आगामी विधानसभा चुनाव ना तो विधायक और ना ही सरकार चुनने को लेकर है बल्कि यह अगले 25 सालों के लिए राज्य की किस्मत तय करने को लेकर है।

गुजरात के पालनपुर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी- India TV Hindi Image Source : TWITTER/BJP4GUJARAT गुजरात के पालनपुर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि गुजरात का आगामी विधानसभा चुनाव ना तो विधायक और ना ही सरकार चुनने को लेकर है बल्कि यह अगले 25 सालों के लिए राज्य की किस्मत तय करने को लेकर है। बनासकांठा जिले के पालनपुर में आयोजित एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र और गुजरात की सरकारों ने राज्य में विकास के बहुत सारे काम किए हैं लेकिन अब समय ‘‘लंबी छलांग’’ लगाने का है। 

"एक लंबी छलांग लगाने का समय आ गया"
गुजरात की 182-सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरणों में मतदान होना है। पहले चरण का मतदान एक दिसंबर को और दूसरे चरण का मतदान पांच दिसंबर को होगा। बनासकांठा जिले में दूसरे चरण के तहत पांच दिसंबर को मतदान होना है। मोदी ने कहा, ‘‘यह चुनाव इसके लिए नहीं है कि कौन विधायक बनेगा और किसकी सरकार बनेगी। यह चुनाव कुल मिलाकर अगले 25 सालों के लिए गुजरात का भविष्य तय करने को लेकर है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि वह गुजरात को विकसित देशों की श्रेणी में खड़ा करने के प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘समय आ गया है अब एक लंबी छलांग लगाने का। एक मजबूत सरकार बनाने के लिए मुझे आपका समर्थन चाहिए। आप लोगों को मुझे अपनी समस्याएं बताने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि मैं यहीं पला बढ़ा हूं और मुद्दों को अच्छी तरह समझता हूं।"

"आज के 20 से 25 साल के युवाओं को पता नहीं होगा कि..."
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "मैं आप सभी से अपील करता हूं कि आप बनासकांठा जिले की सभी सीटों पर भाजपा की जीत सुनिश्चित करें।’’ भाजपा के स्टार प्रचारक मोदी ने कहा कि गुजरात की सरकार ने बनासकांठा और आसपास के क्षेत्र के समग्र विकास के लिए पर्यटन, पर्यावरण, जल और मवेशी पालन के साथ ही पोषण से जुड़े पहलुओं पर भी ध्यान केंद्रित किया है। उन्होंने कहा, ‘‘बहुत कम समय में हम जल और बिजली की कमी से जुड़े संकट को दूर करने में सफल रहे। आज के 20 से 25 साल के युवाओं को पता नहीं होगा कि कुछ दशक पहले स्थितियां कितनी खराब थीं।’’