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Hindi News चुनाव 2024 इलेक्‍शन न्‍यूज गुजरात विधानसभा चुनाव 2022: कुटियाना सीट पर समाजवादी पार्टी की जीत, बीजेपी के धेलीबेन मालदेभाई ओडेडारा को 26712 वोटों से हराया

गुजरात विधानसभा चुनाव 2022: कुटियाना सीट पर समाजवादी पार्टी की जीत, बीजेपी के धेलीबेन मालदेभाई ओडेडारा को 26712 वोटों से हराया

गुजरात की कुटियाना विधानसभा सीट पोरबंदर जिले में आती है। इस सीट पर इस बार समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज करवाई है।

गुजरात विधानसभा चुनाव 2022- India TV Hindi गुजरात विधानसभा चुनाव 2022

गुजरात विधानसभा चुनाव 2022: गुजरात की कुटियाना विधानसभा सीट इस बार समाजवादी पार्टी के खाते में गई है। समाजवादी पार्टी के काधलभाई सरमनभाई जाडेजा ने भारतीय जनता पार्टी के धेलीबेन मालदेभाई ओडेडारा को 26712 वोटों से हराया है। समाजवादी पार्टी के काधलभाई सरमनभाई जाडेजा को 60744 वोट मिले हैं तो वहीं भारतीय जनता पार्टी के धेलीबेन मालदेभाई ओडेडारा को 34032 वोट मिले। पोरबंदर जिले की कुटियाना विधानसभा सीट से एनसीपी ने 2012 और 2017 के चुनाव में जीत दर्ज की थी। 

प्रमुख पार्टियों के उम्मीदवार

वोट बैंक में सेंध लगाने के ल‍िए इस बार बीजेपी ने धेलीबेन मालदेभाई ओडेडारा को चुनावी मैदान में उतारा था। कांग्रेस ने नताभाई ओडेडारा को 8841 और आम आदमी पार्टी ने भीमाभाई दानाभाई मकवाना को 19557 वोट मिले हैं।  साल 2017 के चुनाव में कुटियाना सीट से काधलभाई सरमनभाई जाडेजा ने एनसीपी पार्टी से जीत दर्ज की थी।

10 सालों से एनसीपी का कब्जा

2017 के चुनाव में एनसीपी प्रत्‍याशी जाडेजा काधलभाई ने बीजेपी के ओडेदरा लखमणभाई भीमाभाई को 23,709 वोटो से हराया था। वहीं, 2012 के चुनाव में यहां से एनसीपी ने ही जीत हासिल की थी। एनसीपी के कंधल सरमनभाई जडेजा ने बीजेपी के करसनभाई दलाभाई ओडेडारा को 18,474 वोटों के मार्जिन से हराया था। 

सीट पर ऐसा रहा इतिहास

इस सीट पर कांग्रेस लंबे समय से जीत हासिल नहीं कर पाई है। 1998, 2002 और 2007 के तीनों चुनावों में बीजेपी ने यहां से जीत दर्ज की थी। बीजेपी के ओडेडारा करसनभाई दलाभाई ने यह तीनों चुनाव कांग्रेस और न‍िर्दलीय प्रत्‍याश‍ियों को हराकर जीते थे। इस सीट पर 1995 का चुनाव न‍िर्दलीय उम्मीदवार कद्भा भुरा मुंजा ने बीजेपी को हराकर जीता था। वहीं, 1990 में यह सीट जनता दल के जाडिजा संतोकबेन सरमन ने भी जीती थी। केवल 1985 में यह सीट कांग्रेस के महंत विजयदासजी वीरदासजी जीत पाए थे।