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Hindi News चुनाव 2024 इलेक्‍शन न्‍यूज बार-बार कहते थे आप नेहरू जी का नाम नहीं लेते, अब लिया तो भी मुश्किल हो रही है: PM मोदी

बार-बार कहते थे आप नेहरू जी का नाम नहीं लेते, अब लिया तो भी मुश्किल हो रही है: PM मोदी

इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी ने कहा, मैंने किसी के पिताजी के लिए कुछ नहीं कहा है, मैंने किसी के दादाजी के लिए कुछ नहीं कहा है।

Narendra Modi, Narendra Modi Nehru, Modi on Nehru, Assembly Election 2022- India TV Hindi Image Source : ANI PM Narendra Modi.

Highlights

  • पहले कहते थे कि आप नेहरू जी का नाम नहीं लेते, और अब ले लिया तो मुश्किल हो रही है: मोदी
  • संसद में मैंने किसी के पिताजी, दादाजी, नानाजी या माताजी के लिए कुछ नहीं कहा था: पीएम मोदी
  • पीएम मोदी ने कहा, मैंने देश के प्रधानमंत्री ने क्या कहा, ये बताया है।

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को एक इंटरव्यू में देश के पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू को लेकर संसद में दिए गए बयान पर खुलकर बात की। मोदी ने न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि पहले (कांग्रेस पार्टी के नेता) कहते थे कि आप नेहरू जी का नाम नहीं लेते, और अब ले लिया तो मुश्किल हो रही है। उन्होंने कहा कि संसद में मैंने किसी के पिताजी, दादाजी, नानाजी या माताजी के लिए कुछ नहीं कहा था, बल्कि मैंने ये बताया था कि देश के प्रधानमंत्री ने कभी क्या कहा था।

‘मैंने किसी के पिताजी के लिए कुछ नहीं कहा’
इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी ने कहा, 'मैंने किसी के पिताजी के लिए कुछ नहीं कहा है, मैंने किसी के दादाजी के लिए कुछ नहीं कहा है, न ही मैंने किसी के नानाजी के लिए कहा है और न ही मैंने किसी की माताजी के लिए कुछ कहा है। मैंने देश के प्रधानमंत्री ने क्या कहा, ये बताया है। और सरकारें कॉन्ट्यूनिटी होती हैं। इसलिए एक प्रधानमंत्री के ये विचार थे, तब क्या स्थिति थी। आज के प्रधानमंत्री के ये विचार हैं, और क्या स्थिति है। और देश का यह हक बनता है।'


‘समझ नहीं आ रहा कि इतना डर किस बात का है?’
पीएम मोदी ने कहा, ‘बार-बार हमें कहा जाता है, आप नेहरू जी का नाम नहीं लेते, अब हम लेते हैं तो भी मुश्किल हो रहा है। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि इतना डर किस बात का है?’ वहीं, परिवारवाद पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, ‘परिवारवादी पार्टियां लोकतंत्र का सबसे बड़ा दुश्मन है। जब परिवार ही सर्वोपरि होता है, परिवार को बचाओ पार्टी बचे न बचे, देश बचे न बचे। ये जब होता है तो सबसे बड़ा नुकसान प्रतिभा को होता है। सार्वजनिक जीवन में जितनी अधिक प्रतिभा आए वो जरूरी है।’