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Hindi News चुनाव 2024 इलेक्‍शन न्‍यूज यूपी: सपा विधायक के खिलाफ आचार संहिता, कोविड गाइडलाइन्स के उल्लंघन पर केस दर्ज, जानिए पूरा मामला

यूपी: सपा विधायक के खिलाफ आचार संहिता, कोविड गाइडलाइन्स के उल्लंघन पर केस दर्ज, जानिए पूरा मामला

सोमवार शाम बहजोई थाना क्षेत्र के अतरासी गांव में असमोली से समाजवादी पार्टी की विधायक पिंकी यादव अपने समर्थकों के साथ अख्तर के मकान के सामने खाली जगह पर 50-60 लोगों की भीड़ इकट्ठा करके चुनावी सभा को संबोधित कर रही थीं। 

अखिलेश यादव के साथ पिंकी यादव- India TV Hindi Image Source : FACEBOOK अखिलेश यादव के साथ पिंकी यादव

Highlights

  • पिंकी यादव पर भीड़ इकट्ठा करने के आरोप में FIR
  • इकट्ठा हुए लोगों ने मास्क नहीं लगाया हुआ था
  • 50-60 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया

उत्तर प्रदेश के असमोली विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी विधायक पिंकी यादव व अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ आचार संहिता व कोविड-19 दिशानिर्देशों के उल्लंघन के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्रा ने मंगलवार को बताया कि सोमवार शाम बहजोई थाना क्षेत्र के अतरासी गांव में असमोली से समाजवादी पार्टी की विधायक पिंकी यादव अपने समर्थकों के साथ अख्तर के मकान के सामने खाली जगह पर 50-60 लोगों की भीड़ इकट्ठा करके चुनावी सभा को संबोधित कर रही थीं। 

उन्होंने बताया कि वहां इकट्ठा लोग न तो मास्क लगाए हुए थे, न ही कोविड नियमों के तहत आवश्यक दूरी बनाए हुए थे जिसके कारण सपा विधायक पिंकी यादव और 50-60 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आचार संहिता व कोविड-19 दिशानिर्देशों के उल्लंघन के मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
 
इसके अलावा समाजवादी पार्टी की सरकार में मंत्री रहे अभिषेक मिश्रा की भी मुश्किलें बढ़ती नज़र आ रही है। अभिषेक मिश्रा ने बिना अनुमति बाइक रैली निकाली थी। इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल का खुला उल्लंघन किया गया था। वहीं निर्वाचन आयोग ने पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू कर रखी है। इसे भी सपा नेता ने दरकिनार कर दिया। बाइक रैली की लाइव वीडियो इंस्टाग्राम पर भी पोस्ट कर दी। वीडियो की जानकारी होते ही हसनगंज थाने में सपा के पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा सहित 6 नामजद व 12 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

इससे पहले कांग्रेस नेता भूपेश बघेल के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया था। वह नोएडा में कांग्रेस उम्मीदवार पंखुड़ी पाठक के लिए प्रचार कर रहे थे। आरोप है कि बघेल ने डोर-टू-डेर कैंपेन के दौरान भीड़ इकट्ठा की थी और कोविड गाइडलाइन्स को ताक पर रखकर प्रचार किया था। इसके बाद चुनाव आयोग ने केज दर्ज करवाया था, जिसका जवाब देते हुए भूपेश बघेल ने चुनाव आयोग पर पक्षपात करने का आरोप लगाया था।