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Hindi News चुनाव 2024 इलेक्‍शन न्‍यूज UP Election Result 2022: जानें यूपी चुनाव में किस दल के खाते में कितने प्रतिशत वोट पड़े

UP Election Result 2022: जानें यूपी चुनाव में किस दल के खाते में कितने प्रतिशत वोट पड़े

चुनाव में बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रचंड जीत हासिल की है। बीजेपी ने उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों में से 273 पर जीत हासिल की। वहीं राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी सपा के खाते में 111 सीटें आई।

यूपी चुनाव वोट प्रतिशत- India TV Hindi Image Source : चुनाव आयोग वेबसाइट Election

Highlights

  • बीजेपी को कुल 41.29 प्रतिशत वोट हासिल हुए हैं
  • सपा को कुल 32.03 फीसदी मत हासिल हुए
  • बहुजन समाज पार्टी इस बार चुनाव में केवल 12.88 फीसदी ही वोट हासिल कर पाई

नोएडाः उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित हो चुके हैं। निर्वाचन आयोग द्वारा जारी चुनाव नतीजे के अनुसार सूबे में एक बार फिर से सत्तारूढ़ बीजेपी की सरकार बनने जा रही है। चुनाव में बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रचंड जीत हासिल की है। बीजेपी ने उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों में से 273 पर जीत हासिल की। वहीं राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी सपा के खाते में 111 सीटें आई। वहीं बहुजन समाज पार्टी मात्र एक सीट पर ही सिमट कर रह गई। कांग्रेस ने यूपी विधानसभा की दो सीटों पर जीत हासिल की। 

किस दल को कितना वोट प्रतिशत मिला

  • उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में फिर से सत्ता में वापसी करने वाली बीजेपी को कुल 41.29 प्रतिशत वोट हासिल हुए हैं।
  • वहीं सूबे की मुख्य विपक्षी पार्टी सपा को कुल 32.03 फीसदी मत हासिल हुए हैं।
  • मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी इस बार चुनाव में केवल 12.88 फीसदी ही वोट हासिल कर पाई। 
  • कांग्रेस यूपी चुनाव में कुल वोट का 2.33 फीसदी वोट हासिल करने में सफल रही। 
  • आरएलडी के खाते में कुल 8 सीटें आई और उसे 2.85 फीसदी वोट मिले। 

गौरतलब है कि इस चुनाव में मुख्य लड़ाई बीजेपी और सपा के बीच थी। जिसमें बीजेपी बाजी मारने में सफल रही। लेकिन अखिलेश के नेतृत्व वाली सपा ने भी चुनाव में बहुत मेहनत की थी। लेकिन वो उम्मीद के मुताबिक परिणाम पाने में असफल रहे। सपा प्रदेश में सरकार बनाने में विफल रही। लेकिन इस बार सपा का वोट प्रतिशत पहली बार इतना अधिक बढ़ा है। सपा इस बार अब तक का सबसे अधिक 32.03 फीसदी वोट हासिल करके भी सत्ता से दूर बनी रही।