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Hindi News चुनाव 2024 इलेक्‍शन न्‍यूज Uttar Pradesh Vidhan Sabha Chunav 2022: रफ्तार का प्रदेश- उत्तर प्रदेश, बिछ रहा एक्सप्रेस-वे का जाल!

Uttar Pradesh Vidhan Sabha Chunav 2022: रफ्तार का प्रदेश- उत्तर प्रदेश, बिछ रहा एक्सप्रेस-वे का जाल!

किसी भी सरकार के कार्यकाल के बाकी के 2 साल का समय योजनाओं के मुकाम पर पहुंचने का समय होता है। यूपी में अब यही दौर चल रहा है एक के बाद एक विकास कामों का उद्घाटन हो रहा है। कानपुर में मेट्रो की शुरुआत होने जा रही है। पूर्वांचल की तरक्की का द्वार कुशीनगर एयरपोर्ट से खुल गया है।

 रफ्तार का प्रदेश- उत्तर प्रदेश, बिछ रहा एक्सप्रेस-वे का जाल!- India TV Hindi Image Source : INDIA TV  रफ्तार का प्रदेश- उत्तर प्रदेश, बिछ रहा एक्सप्रेस-वे का जाल!

Highlights

  • योगी सरकार अपने 5 साल के कार्यकाल में कई एक्सप्रेसवे बनावकर चुनावी समर में है
  • मायावती ने अपने कार्यकाल में नोएडा से आगरा जाने वाले यमुना एक्‍सप्रेस का निर्माण कराया था
  • अखिलेश यादव के कार्यकाल में आगरा-लखनऊ एक्‍सप्रेसवे का निर्माण हुआ

Uttar Pradesh Vidhan Sabha Chunav 2022: सूबा कोई हो सड़कें उसकी तरक्की की रफ्तार बढ़ा देती हैं। यूपी में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की सौगात के बाद बीजेपी सरकार ने पश्चिम को पूर्व से गंगा के सहारे जोड़ने के लिए गंगा एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रख दी है और काशी के बगल में मछलीशहर और मिर्जापुर में 3000 करोड़ से ज्यादा की सड़कों का शिलान्यास और लोकार्पण कर विकास के चक्के को और तेज घुमाने का बंदोबस्त कर दिया है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अपने 5 साल के कार्यकाल में गंगा एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे बनवाकर जनता के सामने चुनावी समर में है। गौरतलब है कि, मायावती ने अपने कार्यकाल में नोएडा से आगरा जाने वाले यमुना एक्‍सप्रेस का निर्माण कराया था जबकि अखिलेश यादव के कार्यकाल में आगरा-लखनऊ एक्‍सप्रेसवे का निर्माण हुआ था।

विकास को रफ्तार

किसी भी सरकार के कार्यकाल के बाकी के 2 साल का समय योजनाओं के मुकाम पर पहुंचने का समय होता है। यूपी में अब यही दौर चल रहा है एक के बाद एक विकास कामों का उद्घाटन हो रहा है। कानपुर में मेट्रो की शुरुआत होने जा रही है। पूर्वांचल की तरक्की का द्वार कुशीनगर एयरपोर्ट से खुल गया है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के जरिये दिल्ली से गाजीपुर तक कम समय मे पहुंचने का इंतजाम हो गया है। गोरखपुर में खाद कारखाना एम्स, काशी में काशी कॉरिडोर मिर्जापुर में मां विन्ध्वासिनी कॉरिडोर जैसे बड़े प्रोजेक्ट यूपी की तरक्की की कहानी को बयां करते हैं। 

महामारी में भी जारी रहा काम

कोरोना महामारी ने विकास के काम-काज की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिए थे लेकिन योगी सरकार ने कम समय मे तेजी से काम करते हुए एक-एक करके प्रोजेक्ट को पूरा करना शुरू कर दिया। इंफ्रास्क्सचर परियोजनाओं पर खासा जोर दिया गया साथ ही किसानों की आय बढ़ाने वाले फैसलों से लेकर बेरोजगारों को नौकरी के मौके देने पर भी दिया जा रहा है। 

सीएम योगी की बड़ी उपलब्धि 4 एक्‍सप्रेस-वे 

जैसे अखिलेश यादव सरकार में आगरा एक्‍सप्रेस का निर्माण किया गया, फाइटर प्‍लेन उतारे गए उसी तर्ज पर पूर्वांचल एक्‍सप्रेस-वे को तैयार किया गया। किसी भी तरह की आपातकालीन स्थिति में उस पर भारतीय वायुसेना के फाइटर प्‍लेन उतार सकती है। गंगा एक्सप्रेस वे पर भी आपातकाल में वायु सेना के विमानों की लैंडिंग और टेक ऑफ के लिए शाहजहांपुर जिले में एक हवाई पट्टी भी बनाई जानी है। गंगा एक्सप्रेसवे के निकट इण्डस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान, मेडिकल संस्थान आदि की स्थापना हेतु भी अवसर सुलभ होंगे। पूर्वांचल के साथ-साथ बुंदेलखंड को भी राजधानी लखनऊ से सीधे जोड़ने के लिए योगी सरकार बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे बनवा रही है. गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे, चार एक्‍सप्रेस वे के निर्माण से योगी आदित्‍यनाथ पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव से भी बड़ी लकीर खींच देंगे। मायावती ने अपने कार्यकाल में नोएडा से आगरा जाने वाले यमुना एक्‍सप्रेस का निर्माण कराया था जबकि अखिलेश यादव के कार्यकाल में आगरा-लखनऊ एक्‍सप्रेसवे का निर्माण हुआ।