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Hindi News चुनाव 2024 इलेक्‍शन न्‍यूज Yeshwanthapura Election 2023: यशवंतपुर विधानसभा सीट से अपने पुराने साथी सोमशेखर को हरा पाएंगे कांग्रेस के गौड़ा?

Yeshwanthapura Election 2023: यशवंतपुर विधानसभा सीट से अपने पुराने साथी सोमशेखर को हरा पाएंगे कांग्रेस के गौड़ा?

यशवंतपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के एसटी सोमशेखर यहां से मौजूदा विधायक हैं। यशवंतपुर निर्वाचन क्षेत्र बेंगलुरु उत्तर लोकसभा क्षेत्र में स्थित है और डीवी सदानंद गौड़ा यहां के सांसद हैं।

Yeshwanthapura Election 2023- India TV Hindi Image Source : INDIA TV यशवंतपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र पर रोमांचक लड़ाई

Yeshwanthapura Election 2023: यशवंतपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र को 2008 के विधानसभा परिसीमन में बनाया गया था। यह क्षेत्रफल के मामले में बेंगलुरु में सबसे बड़ा निर्वाचन क्षेत्र है और मतदाताओं की संख्या के मामले में तीसरा सबसे बड़ा निर्वाचन क्षेत्र है। अन्य विधानसभा क्षेत्रों की तरह, यशवंतपुर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों का मिश्रण है। बीडीए का विवादास्पद नादप्रभु केम्पे गौड़ा लेआउट इसी निर्वाचन क्षेत्र में आता है। भाजपा के एसटी सोमशेखर यहां से मौजूदा विधायक हैं। यशवंतपुर निर्वाचन क्षेत्र बेंगलुरु उत्तर लोकसभा क्षेत्र में स्थित है और डीवी सदानंद गौड़ा यहां के सांसद हैं।

किस-किसके बीच मुख्य लड़ाई
कर्नाटक विधानसभा चुनाव 10 मई, 2023 को एक ही चरण में होंगे। वोटों की गिनती और परिणामों की घोषणा 13 मई, 2023 को की जाएगी। कांग्रेस, भाजपा, जद (एस), आप सहित कई और दलों ने इस चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की सूची की घोषणा की है। लेकिन यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच है। यशवंतपुर विधानसभा सीट से बीजेपी ने मौजूदा विधायक एसटी सोमशेखर को मैदान में उतारा है तो वहीं कांग्रेस ने एस बलराज गौड़ा को यहां से टिकट दिया है।

2018 के विधानसभा चुनावों में क्या हुआ था?
साल 2018 के चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर एसटी सोमशेखर ने 1,15,273 वोट पाकर यहां से जीत जीत दर्ज की थी। 2019 में, जब वह कांग्रेस के साथ थे, तब कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली INC-JDS सरकार ने उन्हें BDA का अध्यक्ष बनाया था। इसके बाद उसी साल जुलाई में उन्होंने विधायक और बीडीए अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। वह जल्द ही भाजपा में शामिल हो गए और 2019 के उपचुनाव में फिर से यशवंतपुर निर्वाचन क्षेत्र से जीते। इसके बाद वह 2020 में कर्नाटक के सहकारिता राज्य मंत्री बने।