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Hindi News मनोरंजन बॉलीवुड 'Bhoomi' Quick Movie Review: जबरदस्त कमबैक, फिर दिल जीत लेंगे संजय दत्त

'Bhoomi' Quick Movie Review: जबरदस्त कमबैक, फिर दिल जीत लेंगे संजय दत्त

अभिनेता संजय दत्त की कमबैक फिल्म 'भूमि' आज सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। फिल्म में उनके अलावा अदिति राव हैदरी, शरद केलकर और शेखर सुमन भी मुख्य किरदार नजर आ रहे हैं। फिल्म देखने जा रहे हैं तो पहले पढ़े ये रिव्यू।

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नई दिल्ली: फिल्मकार ओमंग कुमार के निर्देशन में बनी संजय दत्त के अभिनय से सजी फिल्म 'भूमि' आज सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। फिल्म में उनके अलावा अभिनेत्री अदिति राव हैदरी भी मुख्य किरदार निभाती हुई नजर आ रही हैं। फिल्म को लेकर दर्शकों के बीच पहले से ही काफी उत्सुकता बनी हुई हैं। जेल से छुटने के बाद यह संजय दत्त की पहली फिल्म है, और शायद इसीलिए फैंस के साथ-साथ यह खुद उनके लिए भी बेहद खास है।

कहानी:-

फिल्म की कहानी पिता और बेटी के रिश्ते पर आधारित है। यह कहानी उत्तर प्रदेश के आगरा की है, जहां अरुण सचदेव (संजय दत्त) एक जूते की दुकान के मालिक हैं।  वह अपनी बेटी भूमि (अदिति राव हैदरी) के साथ रहते हैं। भूमि की शादी एक लड़के नीरज (सिद्धांत गुप्ता) के साथ तय कर दी जाती है, जिससे वह बेहद प्यार करती है। हर तरफ इन दोनों की शादी को लेकर धूम मची हुई है, लेकिन शादी से सिर्फ एक दिन पहले भूमि के साथ-साथ कुछ ऐसा हो जाता है कि इसकी वजह से उसकी शादी टूट जाती है। इस घटना की वजह से भूमि और उसके पिता की जिंदगी में एक बड़ा बदलाव आता है। लोग भूमि के चरित्र पर उंगलियां उठाने लगते हैं वहीं अरुण अपनी बेटी को इस हाल में देख तड़पता रहता है। लेकिन इसके बाद अरुण अपनी बेटी का बदला लेने की ठान लेता है। भूमि संग ऐसा क्या हुआ जिसने इनकी जिंदगी बदल दी? गुस्से और डर की आग में जल रहा अरुण क्या अपनी बेटी को इंसाफ दिला पाएगा? आखिर क्यों भूमि के साथ बुरा बर्ताव किया जा रहा है? ऐसे ही कई सवालों के जवाब जानने के लिए आपको सिनेमाघरों का रुख करना होगा।

अभिनय:-

लंबे समय के बाद पर्दे पर वापसी कर रहे संजय दत्त ने एक बार फिर अपनी इस फिल्म में गर्मजोशी के साथ एंट्री ली है। उन्होंने साबित कर दिया कि कुछ वक्त तक अभिनय जगत से दूर रहने के बाद भी उनकी एक्टिंग पर कोई असर नहीं पड़ता। फिल्म में अदिति राव हैदरी की एक बेटी की भूमिका में शानदार दिखी हैं। वहीं संजय दत्त के पड़ोसी के रोल में शेखर सुमन ने ठीक ठाक काम किया है। फिल्म में शरद केलकर ने विलेन की भूमिका को बेहद जबरदस्त ढंग से पर्दे पर उतारा है।

क्यों देखें:-

फिल्म निर्माताओं ने पूरी कोशिश की है कि इसके ट्विस्ट को पता न चलने दिया जाए और काफी हद तक वह इसके सफल भी दिखते हैं। इसी वजह से दर्शक अंत तक फिल्म के साथ बंधे रहते हैं। फिल्म के सभी सितारों ने उम्दा काम किया है। वहीं संजय दत्त की वापसी भी शानदार है। इसमें कई मुद्दे ऐसे हैं जो आपको सोचने के लिए मजबूर कर देते हैं। कुछ मिलाकर कहें तो इस वीकेंड फिल्म को देखने के लिए सिनेमाघरों का रुख कर सकते हैं। (Haseena Parkar Quick Movie Review: दाऊद की बहन के किरदार में फीकी नजर आईं श्रद्धा कपूर)

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