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Hindi News मनोरंजन बॉलीवुड ऐश्वर्या राय का सुपरहिट गाना, जीते 17 अवॉर्ड, बीमार कोरियोग्राफर ने जमीन पर लेट-लेटकर किया था काम

ऐश्वर्या राय का सुपरहिट गाना, जीते 17 अवॉर्ड, बीमार कोरियोग्राफर ने जमीन पर लेट-लेटकर किया था काम

ऐश्वर्या राय का ये आईकॉनिक डांस नंबर आज भी काफी पसंद किया जाता है। इस गाने में ऐश्वर्या ने जिस तरह माधुरी दीक्षित जैसी ट्रेंड डांसर को टक्कर दी थी, वो देखकर हर कोई हैरान रह गया था। लेकिन, इसके बनने के पीछे की कहानी भी तारीफ के काबिल है।

Aishwarya Rai Bachchan- India TV Hindi Image Source : INSTAGRAM/@BOLLYWOODTRIVIAPC ऐश्वर्या राय।

हिंदी फिल्मों में गानों का अपना ही महत्व होता है और इनमें हर परिस्थिति के हिसाब से गाने होते हैं। बॉलीवुड में ऐसी गिनी-चुनी फिल्में ही बनाई गई हैं, जिनमें कोई गाना नहीं हो। वहीं बात जब फिल्ममेकर संजय लीला भंसाली की हो तो उनकी फिल्मों के सेट से लेकर कलाकारों के कॉस्ट्यूम, गहने और यहां तक कि गाने, सब कुछ भव्य होता है। ऐसा ही एक गाना 'डोला रे डोला' भी है, जिसने करीब 17 अवॉर्ड अपने नाम किए थे। जब भी 'देवदास' के इस गाने की बात होती है, लोगों की नजरों के सामने शानदार विजुअल्स, कमाल के डांस स्टेप्स और ऐश्वर्या राय-माधुरी दीक्षित की अदा आ जाती है। लेकिन, इस गाने के पीछे की कहानी भी कम कमाल की नहीं है। इस डांस नंबर को मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान ने कोरियोग्राफ किया था, लेकिन ये बात और है कि इसे कोरियोग्राफ करते समय सरोज खान बेहद दर्द में थीं। इसके बाद भी उन्होंने इसे आईकॉनिक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

फर्श पर लेटकर कोरियोग्राफ किया गाना

संजय लीला भंसाली ने खुद ही देवदास के इस आईकॉनिग गाने की शूटिंग के बारे में बात की थी। उन्होंने क्विंट से बात करते हुए कहा था- 'जब हम डोला रे डोला की शूटिंग कर रहे थे, सरोज जी बहुत बीमार थीं। वह बहुत दर्द में थीं, इतने दर्द में कि वह खड़ी नहीं हो पा रही थीं। ऐसे में उन्होंने फर्श पर लेटकर गाना कोरियोग्राफ किया और हमें इंस्ट्रक्शन्स भी फर्श पर लेटे-लेटे ही देती थीं। उन्होंने 15 दिन तक ऐसे ही शूटिंग की। इसके बाद भी इसमें स्ट्रगल का जरा भी निशान नहीं दिखता।'

डोला रे डोला के पीछे की मेहनत

सरोज खान ने एक बार इस गाने के बारे में बात करते हुए कहा- 'माधुरी दीक्षित और ऐश्वर्या राय दोनों ही टॉप-टीयर एक्ट्रेस हैं और शानदार डांसर हैं। मैं दोनों में से किसी को भी ये एहसास नहीं दिलाना चाहती थी कि उनके स्टेप्स अच्छे नहीं हैं। मुझे इस बात का डर था कि दोनों में से कोई खुद को अलग-थलग महसूस ना करे, लेकिन खुशकिस्मती से कोई अनहोनी नहीं हुई।'

Image Source : screen grab youtubeमाधुरी-ऐश्वर्या पर फिल्माया गया था 'डोला रे डोला'

सरोज खान के लिए क्यों जरूरी था गाना?

सरोज खान के लिए 'डोला रे डोला' बेहद खास था, क्योंकि ये उनके करियर का सबसे मुश्किल गाना था और साथ ही उनकी कामयाबी की मिसाल भी बना। सरोज खान इस गाने के दौरान काफी प्रेशर में थीं, क्योंकि उन्हें पता था कि दर्शक फ्रेम दर फ्रेम माधुरी दीक्षित और ऐश्वर्या राय को कम्पेयर करेंगे। उनके हाव-भाव और डांस स्टेप्स की तुलना करेंगे। ऐसे में वह दोनों को चमकने के लिए बराबर जगह देना चाहती थीं। ऐश्वर्या और माधुरी दोनों ही उस दौर की टॉप एक्ट्रेस थीं और गाने में उन्होंने दोनों को ही पूरा स्पेस दिया।

अस्पताल से भी सता रही थी सरोज खान की चिंता

जैसे ही देवदास रिलीज  हुई, सरोज खान की तबीयत खराब हो गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। जब संजय लीला भंसाली उनसे मिलने अस्पताल पहुंचे तो हैरान थे कि उन्हें अस्पताल के बेड में होते हुए भी गाने की चिंता सता रही थी। संजय लीला भंसाली ने 2020 में सरोज खान के निधन के बाद सुभाष के झा को बताया था कि 'जिस दिन देवदास रिलीज हुई, सरोज जी अस्पताल में थीं। मैं ऐश्वर्या के साथ उनसे मिलने गया था। हम जब गए तो उन्होंने पूछा- डोला रे डोला पर पैसे मिले या नहीं? उनका उनके काम के प्रति जुनून की कल्पना करिए, वह उस अवस्था में भी ये जानना चाहती थीं कि उनके काम को सराहा जा रहा है या नहीं।'

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