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Hindi News हरियाणा पंजाब ही नहीं हरियाणा में भी जल रही पराली, अधिकारी बोले- पिछले साल की तुलना में 60 फीसदी आई कमी

पंजाब ही नहीं हरियाणा में भी जल रही पराली, अधिकारी बोले- पिछले साल की तुलना में 60 फीसदी आई कमी

दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण बढ़ता ही जा रहा है। लेकिन हरियाणा और पंजाब में पराली जालने के मामले आए दिन देखने को मिल रहा है। हालिया वीडियो हरियाणा के करनाल जिले का है। इस बाबत एक अधिकारी ने कहा कि पिछले साल की तुलना में पराली जलाने के 60 फीसदी कम मामले आए हैं।

karnal stubble burning video form haryana after red alert issued in punjab- India TV Hindi Image Source : PTI पंजाब ही नहीं हरियाणा में भी जल रही पराली

Stubble Burning: दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। गैस चेंबर बनी दिल्ली में सांस लेना मुश्किल हो गया है। शनिवार की सुबह दिल्ली में सबसे अधिक एक्यूआई द्वारका सेक्टर 8 में 400 से अधिक दर्ज किया गया है। एक तरफ दिल्ली वाले वायु प्रदूषण की मार झेल रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने की घटना कम ही नहीं हो रही है। आज फिर हरियाणा के करनाल जिले में पराली जलाने का वीडियो सामने आया है। इस बाबत करनाल कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारी वजीर सिंह ने कहा कि करनाल जिले में पराली जलाने के 116 मामले मिले हैं। 

हरियाणा में भी जल रही पराली

उन्होंने कहा कि पिछले साल हमारे पास 292 मामले थे। करनाल में पराली जलाने के मामले में पिछले वर्ष की तुलना में 60 फीसदी तक कमी आई है। हम समाचार पत्रों और टीवी शों के माध्यम किसानों को जागरूक कर रहे हैं ताकि वे पराली न जलाए। वहीं पंजाब में पराली जलाने के मामलो में कमी देखने को नहीं मिल रही है। पिछले कुछ ही महीनों में पराली जलाने क मामलों में रिकॉर्ड वृद्धि देखने को मिली है। पंजाब में पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे किसानों पर अब सरकार सख्त हो गई है। इस बाबत पंजाब में रेड अलर्ट जारी किया गया है। 

पंजाब में रेड अलर्ट

पंजाब में रेड अलर्ट जारी होने के बाद भी लोग पाली जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। इस बीच अब पंजाब सरकार एक्शन मोड में आ गई है। पंजाब के चीफ सेक्रेटरी ने 9 जिलों के डीसी को नोटिस दिया है। बुधवार को जिन जिलों में 100 से अधिक पराली जलाने के मामले सामने आए हैं, उन जिलों के डीसी को ये नोटिस जारी कर पूछा गया है कि आप तीन दिन में कारण बताएं कि आपके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही क्यों ना की जाए। क्योंकि आप पराली जलाने के मामलों को रोकने के लिए निर्देश दिए जाने के बावजूद अपने जिलों में किसानों को पराली जलाने से रोक नहीं सके हैं, जैसा कि सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया था।