A
Hindi News हेल्थ होली के दौरान आंखों में सिंथेटिक अबीर-गुलाल और रासायनिक रंग जाने पर एक गलती छीन सकती है रोशनी, सबसे पहले करें ये काम

होली के दौरान आंखों में सिंथेटिक अबीर-गुलाल और रासायनिक रंग जाने पर एक गलती छीन सकती है रोशनी, सबसे पहले करें ये काम

होली में बाजार में सिंथेटिक और रासायनिक रंगों से पटे पड़े हैं। अगर यह रंग गलती से आंखों में चले जाएं तो गंभीर समस्या पैदा कर सकते हैं। इसलिए बाजार में मिलने वाले रासायनिक रंगों और सिंथेटिक अबीर-गुलाल से होली खेलने से बचें। बच्चों को विशेष रूप से सावधान रखें। उन्हें रासयानिक रंगों से होली नहीं खेलने दें।

प्रतीकात्मक फोटो।- India TV Hindi Image Source : PTI प्रतीकात्मक फोटो।

होली का त्योहार अपने पूरे शबाब पर है। मौसम बसंती से सतरंगी होता जा रहा है। होली के दौरान खासकर बच्चे रंग, अबीर और गुलाल जमकर खेल रहे हैं। रंगों के इस त्यौहार को पूरे देश में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। बड़े, बुजुर्ग महिलाएं भी अबीर, गुलाल और रंग खेलते हैं। एक दूसरे को रंगों से शराबोर कर देते हैं। मगर कई बार यही रंग उनकी आंखों में पहुंच जाते हैं। ऐसी स्थिति में यह रासायनिक रंग आंखों की रोशनी के लिए खतरा पैदा कर देते हैं। अगर आपके या परिवार में भी किसी सदस्य की आंखों में बाजार में धड़ल्ले से बिकने वाला रासायनिक रंग या सिंथेटिक गुलाल चला जाता है तो आंखों को रगड़ने या मसलने की गलती नहीं करें। बल्कि सतर्कतापूर्वक कदम उठाएं।

नोएडा के सेक्टर 51 स्थित विजन प्लस आई सेंट की निदेशक और नेत्र सर्जन डॉक्टर रितु अरोड़ा कहती हैं कि होली खेलते समय लोगों को बहुत ही सतर्क रहने की जरूरत है। क्योंकि बाजार में बिकने वाले ज्यादातर अबीर, गुलाल और रंगों में खतरनाक रसायन मिले रहते हैं। इसमें लेड ऑक्साइड, कॉपर सल्फेट, भारी धातु, क्रोमियम, एसिड, क्षार, अभ्रक, एस्बेस्टस, सिलिका और पाउडर ग्लास जैसे खतरनाक रसायन मिले होते हैं। आंखों के अंदर जाने पर ये रसायन कॉर्निया को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं। साथ ही आंखों के परदे को डैमेज कर सकते हैं। इस दौरान की जाने वाली कोई भी लापरवाही से आंखों की रोशनी को भी खतरा पहुंच सकता है। इसलिए सुरक्षित होली खेलें। 

होली में आंखों को कैसे बचाएं

  • धूप का चश्मा या सामान्य चश्मा पहनें।
  • सूखे, हर्बल और प्राकृतिक रंगों से होली खेलें।
  • रासायनिक रंगों के इस्तेमाल से बचें। वह आंखों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
  • रासायनिक कलर आंखों में जाने पर गंभीर समस्या पैदा कर सकते हैं।
  • सिर में टोपी लगाएं। इससे सिर में होने वाली एलर्जी से बच सकेंगे।
  • आंख के साथ चेहरे को भी मास्क या कपड़े से ढंककर रखें।
  • चेहरे और आंख के आसपास रंग लगवाने से बचें।
  • रंग या कलर आंखों में जाने पर इसे रगड़ें नहीं।
  • अगर एलर्जी बढ़ती है तो आंखों के विशेषज्ञ को दिखाएं। 
  • होली खेलने से पहले आंखों के आसपास तेल या वैसलीन लगाएं।
  • होली खेलने के बाद चेहरे और आंखों को बहते हुए साफ पानी से धोएं।
  • गुलाब या फूल से बने प्राकृतिक रंगों से ही होली खेलें।
  • कलर बैलून और रंगों से होली नहीं खेलें।

आंखों में सिंथेटिक गुलाल या रासायनिक कलर जाने पर क्या करें

  • आंखों को सबसे पहले पीने वाले साफ ठंडे पानी से कई बार धुलें।
  • आंखों को बिलकुल मसलें या रगड़ें नहीं।
  • अगर कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करते हैं तो उसे तत्काल निकाल दें। क्योंकि कलर जाने पर वह कॉर्निया या आंखों के परदे को डैमेज कर सकता है।
  • तत्काल किसी नेत्र सर्जन या नेत्र विशेषज्ञ से संपर्क करें।
  • डॉक्टर की सलाह पर लुब्रीकेटिंग आई ड्रॉप का इस्तेमाल करें।
  • अपनी मर्जी से कोई भी दवा या देशी उपाय को नहीं आजमाएं।
  • एलर्जी होने पर तत्काल सतर्क हो जाएं और आंखों के डॉक्टर से संपर्क करें।
  • बच्चों को होली खेलने से पहले उन्हें प्रोटेक्टिव चश्मा पहनाएं।

Latest Health News