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Hindi News हेल्थ ओमिक्रॉन के हल्के और गंभीर लक्षणों को पहचान लें, AIIMS ने बताया संक्रमण से लड़ने में कौन सी दवा कारगर

ओमिक्रॉन के हल्के और गंभीर लक्षणों को पहचान लें, AIIMS ने बताया संक्रमण से लड़ने में कौन सी दवा कारगर

हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार ओमिक्रॉन के लक्षण काफी हल्के हैं, जिस वजह से इसकी पहचान नहीं हो पाती है। हालांकि इसकी रफ्तार डेल्टा वेरिएंट से तेज है।

<p>ओमिक्रॉन के हल्के और...- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO ओमिक्रॉन के हल्के और गंभीर लक्षणों को पहचान लें

Highlights

  • देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने सभी की चिंता बढ़ा दी है
  • सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र और राजधानी दिल्ली में हैं
  • इसके बाद तीसरे नंबर पर केरल है

देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने सभी की चिंता बढ़ा दी है। सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र और राजधानी दिल्ली में हैं। इसके बाद तीसरे नंबर पर केरल है। सभी डरे हुए हैं और सतर्कता बरत रहे हैं। ओमिक्रॉन वैरिएंट के संक्रमण की रफ्तार बहुत ज्यादा है इसलिए इससे निपटने के लिए तमाम राज्यों में पाबंदियां लगाई जा रही हैं।

हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार ओमिक्रॉन के लक्षण काफी हल्के हैं, जिस वजह से इसकी पहचान नहीं हो पाती है। हालांकि इसकी रफ्तार डेल्टा वेरिएंट से तेज है।

नीचे दिए गए लक्षणों में से कोई भी दिखे तो होम आइसोलेशन के साथ लें डाक्टर की सलाह-

1. अगर आपको जुकाम, कफ या छींक आ रही है तो ये ओमिक्रॉन के लक्षण हो सकते हैं।
2. यहि आपको गले में खराश की शिकायत हो रही है तो इसे भी नजरअंदाज न करें। ये भी ओमिक्रॉन के लक्षण हो सकते हैं।
3. बुखार भी ओमिक्रॉन के लक्षणों में से एक है। यदि आपको बुखार की शिकायत हो रही है तो डॉक्टर से सलाह लें और टेस्ट कराएं।
4.ओमिक्रॉन से संक्रमित होने पर थकान और कमजोरी हो सकती है।
5. ओमिक्रॉन से ग्रसित होने पर आपको सिर दर्द की भी समस्या हो सकती है।
6.मांसपेशियों में दर्द हो सकता है।
7. ओमिक्रॉन से संक्रमित होने पर आप दस्त के शिकार भी हो सकते हैं।

नीचे दिए गए लक्षणों में कोई भी दिखे तो करें अस्पताल का रुख-

1- सांस लेने में दिक्कत
2- ऑक्सीजन लेवल का कम होना
3- सीने में दर्द होना
4-मानसिक रूप से कमजोर महसूस करना
5- तीन चार दिनों तक लगातार अस्वस्थ महसूस करना

ओमिक्रॉन की चपेट में आने पर कौन सी दवा कारगर, जानें एम्स के डॉक्टर्स से-

1.Steroids: एम्स के डॉक्टर्स के अनुसार स्टेरॉयड को सिर्फ अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों को दिया जा सकता है। घर पर आसोलेट मरीज इसे न लें।

2. Remdesivir: डॉक्टर्स के मुताबिक रेमडेसिविर की जरूरत अस्पताल में भर्ती गंभीर मरीजों के लिए पड़ती है, इसे घर में आसोलेट मरीज न लें।

3. Monoclonal antibodies: इनमें से अधिकांश ओमिक्रॉन के खिलाफ प्रभावी नहीं है।

4.Molnupiravir : ओमिक्रॉन पर इस दवा का लाभ सीमित है। वहीं गर्भवती महिलाओं व बच्चों के लिए इसका इस्तेमाल घातक हो सकता है।

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