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Hindi News भारत राष्ट्रीय LIVE: रामलीला मैदान में अन्ना ने शुरू किया अनशन कहा, कहा- लोग आएं या ना आएं, अकेले ही बैठे रहेंगे

LIVE: रामलीला मैदान में अन्ना ने शुरू किया अनशन कहा, कहा- लोग आएं या ना आएं, अकेले ही बैठे रहेंगे

आज से अन्ना हजारे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। आपको बता दें कि अन्ना किसानों की सात मांगों को लेकर दोबारा आदोंलन कर रहे हैं।

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नई दिल्ली: आज से अन्ना हजारे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। आपको बता दें कि अन्ना किसानों की सात मांगों को लेकर दोबारा आदोंलन कर रहे हैं। भूख हड़ताल शुरू करने से पहले अन्ना ने कहा कि, 'मैंने सरकार को 42 बार पत्र लिखा, मगर सरकार ने नहीं सुनी। अंत में मुझे अनशन पर बैठना पड़ा।' (राज्यसभा चुनाव: मायावती को बड़ा झटका, BSP विधायक अनिल सिंह ने दिया यह बड़ा बयान )

 अन्ना ने यह भी कहा, चाहे इस बार भीड़ आए ना आए वह अकेले ही रामलीला मैदान में बैठे रहेंगे जबतक उनकी मांगे नहीं मानी जाती। रामलीला मैदान जाने से पहले अन्ना हजारे राजघाट पहुंचे जहां उन्होंने गांधी जी की समाधि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए और फिर वहीं बैठ गए। अन्ना हजारे ने राजघाट पर बैठ कर प्रार्थना की। राजघाट से निकलकर अन्ना हजारे शहीद पार्क गए। उसके बाद वह रामलीला मैदान पहुंचे और अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की शुरुआत कर दी। अन्ना हजारे का सआथ देने के लिए इस आंदोलन में कर्नाटक के पूर्व लोकायुक्त व सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज एन संतोष हेगड़े भी पहुंचे।

प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए हजारे ने कहा कि उन्होंने पीएम मोदी को 43 बार चिट्ठी लिखी की कृषि प्रधान देश में आखिर किसान खुदकुशी क्यों कर रहा है आत्महत्या क्यों कर रहा है लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। रामलीला मैदान में अन्ना हजारे के पिछले आंदोलन के मुकाबले इस बार भीड़ शुरुआती दौर में काफी कम थी लेकिन जैसे जैसे दिन चढ़ने लगा तकरीबन 5,000 के आसपास लोग रामलीला मैदान में पहुंच चुके थे लेकिन यह आंकड़ा भी पिछली बार के आंदोलन के मुकाबले काफी कम है।

अन्ना हजारे ने आरोप लगाया कि सरकार उन ट्रेनों को रद्द कर रही है जिन ट्रेनों से आंदोलनकारी दिल्ली पहुंचने वाले थे। अन्ना के मंच से यह भी कहा गया कि गाजियाबाद गुड़गांव और दिल्ली के बॉर्डर पर जो बस किसानों को लेकर आ रही हैं उन्हें वहीं पर रोक दिया गया है उन्हें छोड़ दिया जाए। यह भी कहा गया नारे यह भी लगाए गए कि नो लोकपाल नो मोदी। फिलहाल अन्ना हजारे इस बात पर दृढ़संकल्प हैं कि उनका आंदोलन चलता रहेगा जब तक किसानों की आमदनी बढ़ाने की उनकी मांग पूरी नहीं होती है। अन्ना ने यह भी कहा कि सरकार के नुमाइंदे उनसे बातचीत कर रहे हैं लेकिन वह तब तक अनशन खत्म नहीं करेंगे जबतक कोई ठोस काम आगे नहीं बढ़ता। उन्होंने कहा कि वह अब आश्वासनों से ऊब चुके हैं।

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