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Hindi News भारत राष्ट्रीय असम के शिक्षा संस्थानों में वर्ष 2020-21 में प्रवेश होगा नि:शुल्क, नगालैंड में नहीं खुलेंगे प्रार्थना स्थल, होटल

असम के शिक्षा संस्थानों में वर्ष 2020-21 में प्रवेश होगा नि:शुल्क, नगालैंड में नहीं खुलेंगे प्रार्थना स्थल, होटल

छात्रों को सभी संस्थानों में नि:शुल्क प्रवेश दिया जाएगा। संस्थानों के प्रोस्पेक्टस और प्रवेश पत्र भी ऑनलाइन नि:शुल्क उपलब्ध होंगे

Assam Makes Government School, Colleges Free for session 2020-21- India TV Hindi Image Source : GOOGLE Assam Makes Government School, Colleges Free for session 2020-21

गुवाहाटी/कोहिमा/ असम के शिक्षा मंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि राज्य के विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के दौरान प्रवेश नि:शुल्क होगा ताकि कोविड-19 के कारण लागू लॉकडाउन से प्रभावित हुए छात्रों के अभिभावकों पर अतिरिक्त बोझ ना पड़े। उन्होंने कहा कि कोई अतिरिक्त शुल्क भी नहीं लिया जाएगा।

कक्षा 10वीं के परीक्षा परिणामों की घोषणा के एक दिन बाद सरमा ने पत्रकारों को बताया कि मेडिकल, इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक के छात्रों सहित उच्च माध्यमिक से स्नातकोत्तर स्तर तक के छात्रों को सभी संस्थानों में नि:शुल्क प्रवेश दिया जाएगा। संस्थानों के प्रोस्पेक्टस और प्रवेश पत्र भी ऑनलाइन नि:शुल्क उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग छात्रावास में रहने वाले छात्रों को मेस शुल्क के भुगतान के लिए 1,000 रुपए मासिक देगा। 

नगालैंड में प्रार्थना स्थल, होटल बंद रहेंगे

नगालैंड में हाल में कोविड-19 के मामलों में तेजी देखने को मिली है और उसने तय किया है कि ईसाई बहुल इस राज्य में प्रार्थनास्थलों और होटलों को अगले आदेश तक बंद रखा जाएगा। केंद्र सरकार ने धार्मिक स्थलों, होटलों और रेस्तरां को सोमवार से फिर से खोलने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की थी। प्रमुख सचिव (गृह) अभिजीत सिन्हा ने यहां संवाददाताओं को बताया कि नगालैंड के मुख्य सचिव द्वारा चार मई को लॉकडाउन को लेकर जारी किए गए दिशा-निर्देश अगले आदेश तक बरकरार रहेंगे।

मुख्य सचिव द्वारा चार मई को जारी अधिसूचना में कहा गया था कि सभी प्रार्थनास्थल जनता के लिए बंद रहेंगे और धार्मिक समारोहों पर सख्ती से पाबंदी रहेगी। यह अधिसूचना राज्य में बंद को बढ़ाने के लिए जारी की गई थी। अधिसूचना के मुताबिक, पुलिसकर्मियों, सरकारी अधिकारियों, स्वास्थ्य कर्मियों और फंसे हुए लोगों के लिए छोड़कर राज्य में सभी आतिथ्य सेवाओं पर रोक रहेगी। नगालैंड में मई के अंत तक कोरोना वायरस के मामले नहीं मिले थे लेकिन देश के दूसरे हिस्सों से उसके निवासियों के लौटने के बाद यहां मामले तेजी से बढ़े हैं। राज्य में 25 मई तक तीन मामले थे, वहीं सात जून को इनकी संख्या बढ़कर 118 पहुंच चुकी थी। 110 लोगों का इलाज चल रहा है, जबकि आठ लोग ठीक हो चुके हैं।

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