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Hindi News भारत राष्ट्रीय बकरीद पर कुर्बानी की क्या है अहमियत'

बकरीद पर कुर्बानी की क्या है अहमियत'

नई दिल्ली: ईद-उल-ज़ुहा या बकरीद का दिन फर्ज़-ए-कुर्बान का दिन होता हैं। आमतौर पर हम सभी जानते हैं कि बकरीद के दिन बकरे की कुर्बानी दी जाती हैं। मुस्लिम समाज में बकरे को पाला जाता

कैसे मनाई जाती हैं बकरीद

  • सबसे पहले ईदगाह में ईद सलत पेश की जाती हैं
  • पुरे परिवार एवम जानने वालो के साथ मनाई जाती हैं
  • सबके साथ मिलकर भोजन लिया जाता हैं
  • नये कपड़े पहने जाते हैं
  • गिफ्ट्स दिए जाते हैं खासतौर पर गरीबो का ध्यान रखा जाता हैं उन्हें खाने को भोजन और पहने को कपड़े दिये जाते हैं
  • बच्चों और अपने से छोटो को ईदी दी जाती हैं
  • ईद की प्रार्थना नमाज अदा की जाती हैं
  • इस दिन बकरे के अलावा गाय, बकरी, भैंस और ऊंट की कुर्बानी दी जाती हैं
  • कुर्बान किया जाने वाला जानवर देख परख कर पाला जाता हैं अर्थात उसके सारे अंग सही सलामत होना जरुरी हैं
  • बकरे को कुर्बान करने के बाद उसके मांस का एक तिहाई हिस्सा खुदा को, एक तिहाई घर वालो एवम दोस्तों को और एक तिहाई गरीबों में दे दिया जाता हैं

यह पर्व जहां सबको साथ लेकर चलने की सीख देता है वहीं बकरीद यह भी सिखाती है कि सच्चाई की राह में अपना सब कुछ कुर्बान करने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।

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