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Hindi News भारत राष्ट्रीय कांग्रेस एक "नॉन-परफार्मिंग एसेट" है जिसका कोई मोल नहीं लगा रहा, नकवी ने कांग्रेस पर कसा तंज

कांग्रेस एक "नॉन-परफार्मिंग एसेट" है जिसका कोई मोल नहीं लगा रहा, नकवी ने कांग्रेस पर कसा तंज

केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस खुद ऐसी "नॉन-परफार्मिंग एसेट" है जिसका ना बाहर कहीं भाव है ना अंदर वाले इसका कोई मोल लगा रहे हैं।

Mukhtar Abbas Naqvi, Cabinet minister- India TV Hindi Image Source : PTI FILE PHOTO Mukhtar Abbas Naqvi, Cabinet minister

नयी दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय मौद्रिकरण योजना (एनएमपी) को लेकर जहां केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा तो भाजप ने भी पलटवार किया है। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस खुद ऐसी "नॉन-परफार्मिंग एसेट" है जिसका ना बाहर कहीं भाव है ना अंदर वाले इसका कोई मोल लगा रहे हैं। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ कांग्रेस "कन्फ्यूजन और कंट्राडिक्शन का चैंपियन" बनने में लगी है। एक तरफ मोदी सरकार और भाजपा देश के निर्माण में लगे हैं, वहीँ कांग्रेस देश में "डिस्ट्रक्शन की डुगडुगी" पीट रही है।’’ 

स्मृति ईरानी ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा

नकवी ने तंज कसते हुए कहा, ‘‘बवंडर की बाहुबली कांग्रेस के हालत पर इतना ही कहा जा सकता है, "गुड लक एंड गेट वेल सून"।’’ वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा। स्मृति ईरानी ने कहा कि 2008 में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के संदर्भ में एक आरएफपी तब घोषित हुआ जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी। क्या राहुल गांधी का ये आरोप है कि जिस सरकार की मुखिया उनकी माता जी थी वे सरकार देश बेचने का दुस्साहस कर रही थी।

स्मृति ईरानी ने आगे कहा कि पारदर्शिता के साथ जिस सरकार ने राष्ट्र की तिजोरी को भरने का काम किया और कांग्रेस के लुटेरों से सुरक्षित किया उस सरकार पर छींटाकशी करने का राहुल गांधी का प्रयास है। कल वित्त मंत्री द्वारा जो घोषणा हुई उसमें स्पष्ट कहा गया कि सरकार अपनी ऑनरशिप रिटेन करेगी और मॉनिटराइजेशन की प्रक्रिया में सरकार की ऑनरशिप को मेंटेन करने के साथ-साथ ये भी चिन्हित किया गया कि सभी राज्य अपने नोडल ऑफिसर इस प्रक्रिया के लिए घोषित करेंगे। 

देश की 70 साल की पूंजी को प्रधानमंत्री ने बेच दिया, युवाओं के भविष्य पर हमला किया: राहुल 

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय मौद्रिकरण योजना (एनएमपी) की घोषणा को युवाओं के ‘भविष्य पर हमला’ करार देते हुए मंगलवार को मोदी सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 70 साल में बनी देश की पूंजी को अपने कुछ उद्योगपति मित्रों के हाथों में बेच दिया। उन्होंने यह दावा भी किया कि कुछ कंपनियों को यह ‘उपहार’ देने से उनका एकाधिकार बनेगा जिस कारण देश के युवाओं को रोजगार नहीं मिल पायेगा। 

प्रधानमंत्री ने सबकुछ बेच दिया- राहुल गांधी

बता दें कि, राहुल गांधी ने एनएमपी के मुद्दे पर पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं केसी वेणुगोपाल एवं रणदीप सुरजेवाला के साथ संवाददाताओं को संबोधित किया। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी जी और भाजपा का नारा था कि 70 साल में कुछ नहीं हुआ। लेकिन वित्त मंत्री ने कल 70 साल में जो पूंजी बनी थी, उसे बचने का फैसला किया। मतलब यह है कि प्रधानमंत्री ने सबकुछ बेच दिया।’’ उन्होंने एनएमपी का विस्तृत उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘इन संपत्तियों को बनाने में 70 साल लगे हैं और इनमें देश की जनता का लाखों करोड़ों रुपये लगा है। अब इन्हें तीन-चार उद्योगपतियों को उपहार में दिया जा रहा है।’’ 

नरेंद्र मोदी अपने 2-3 उद्योगपति मित्रों के साथ युवाओं के भविष्य पर आक्रमण कर रहे- कांग्रेस

राहुल गांधी ने कहा, ‘‘ हम निजीकरण के खिलाफ नहीं है। हमारे समय निजीकरण तर्कसंगत था। उस समय रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण संपत्तियों का निजीकरण नहीं किया जाता था। जिन उद्योगों में बहुत नुकसान होता था, उसका हम निजीकरण करते थे।’’ कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘‘ यह सब, कुछ कंपनियों का एकाधिकार बनाने के लिए किया जा रहा है। जैसे ही इनका एकाधिकार बढ़ेगा, वैसे ही रोजगार कम होगा। नरेंद्र मोदी जी अपने दो-तीन उद्योगपति मित्रों के साथ युवाओं के भविष्य पर आक्रमण कर रहे हैं।’’ 

वित्त मंत्री ने 6 लाख करोड़ रुपए की एनएमपी की सोमवार को घोषणा की थी

गौरतलब है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को छह लाख करोड़ रुपये की राष्ट्रीय मौद्रिकरण योजना (एनएमपी) की घोषणा की। इसके तहत यात्री ट्रेन, रेलवे स्टेशन से लेकर हवाई अड्डे, सड़कें और स्टेडियम का मौद्रिकरण शामिल हैं। इन बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में निजी कंपनियों को शामिल करते हुए संसाधन जुटाये जायेंगे और संपत्तियों का विकास किया जायेगा। निजी निवेश हासिल करने के लिए चेन्नई, भोपाल, वाराणसी एवं वडोदरा सहित भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) के करीब 25 हवाई अड्डे, 40 रेलवे स्टेशनों, 15 रेलवे स्टेडियम और कई रेलवे कॉलोनी की पहचान की गयी है। इन्हें निजी क्षेत्र के निवेश से विकसित किया जायेगा।

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