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Hindi News भारत राष्ट्रीय कारगिल विजय दिवस: नड्डा बोले- हमें ये समझना होगा कि कौन सी पार्टी देश की सुरक्षा को अहमियत देती है

कारगिल विजय दिवस: नड्डा बोले- हमें ये समझना होगा कि कौन सी पार्टी देश की सुरक्षा को अहमियत देती है

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने कहा कि भाजपा हर साल कारगिल दिवस को विजय दिवस के रूप में मनाती है। यह हमारे राष्ट्रीय कार्यक्रम के रूप में देखा जाता है।

भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने कारगिल शहीदों को दी श्रद्धांजलि।- India TV Hindi Image Source : @BJP4INDIA भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने कारगिल शहीदों को दी श्रद्धांजलि।

नई दिल्ली: भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने सोमवार को भाजपा केंद्रीय कार्यालय में "कारगिल विजय दिवस" के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने कहा कि भाजपा हर साल कारगिल दिवस को विजय दिवस के रूप में मनाती है। यह हमारे राष्ट्रीय कार्यक्रम के रूप में देखा जाता है। यह दिवस हम बहादुरी के दिवस के रूप में मनाते हैं और अपने आप को उन वीर जवानों को समर्पित करते हैं जिन्होंने देश के सीमाओं की रक्षा की।

शहीदों को याद करते हुए जे.पी. नड्डा ने कहा कि कारगिल की लड़ाई एक विपरीत परिस्थितियों में लड़ी गई। मैं नम आंखों से सभी शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देता हूं। वो लड़ते-लड़ते देश के लिए शहीद हुए, इसलिए आज हम ये विजय दिवस मना रहे हैं। कारगिल की लड़ाई में हमारे योद्धाओं ने अपने शौर्य का परिचय दिया और अपनी जान को जोखिम में डालकर दुश्मनों के छक्के छुड़ाए। इस लड़ाई में हमारे वीर जवानों ने पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब दिया। हमें ये समझना चाहिए कि कौन से ऐसे नेता और पार्टी हैं, जो देश की सुरक्षा को अहमियत देते हैं और किसके आने से फर्क पड़ता है, किसके जाने से फर्क पड़ता है।

'जहां शक हो वहीं गोली चला दो... ये फर्क है...'

जे.पी. नड्डा ने आगे कहा कि चंडी मंदिर दिल्ली मुख्यालय को रिपोर्ट करता था और दिल्ली मुख्यालय 10 दिन बाद बोलता था कि बताते हैं। आज जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं तो कहा गया है कि जहां शक हो वहीं गोली चला दो। ये फर्क है। एक समय था कि बॉर्डर पर गोली चलती थी और पोस्ट से सिपाही पीछे अपने ऑफिसर को रिपोर्ट करता था कि वहां गोली चल रही है और ये ऑफिसर वहां से उधमपुर या नगरोटा को रिपोर्ट करते थे। नगरोटा चंडी मंदिर को रिपोर्ट करता था। पहले कोई आतंकी भारत में आकर 2.5 वर्ष तक उत्पाद मचाता रहता था। आज किसी भी आतंकी की भारत में एक से डेढ़ सप्ताह से ज्यादा की उम्र नहीं है।

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