A
Hindi News भारत राष्ट्रीय चीन ने फिर दिया भारत को धोखा, डोकलाम में बना ली बड़ी सड़कें

चीन ने फिर दिया भारत को धोखा, डोकलाम में बना ली बड़ी सड़कें

2005 में डोकलाम में उत्तरी प्रवेश मार्ग मौजूद नहीं था लेकिन 2017 में उत्तरी प्रवेश मार्ग पूरा हो चुका है। उत्तरी मार्ग का मतलब वो सड़क है जो चीन को चिकन नेक तक कुछ घंटों में ही पहुंचा देगा। चीनी सैनिकों की हमेशा से यही कोशिश रही है इस इलाके में हाईवे

doklam- India TV Hindi doklam

नई दिल्ली: चीन के साथ डोकलाम सीमा विवाद का हल हुए अभी कुछ ही दिन हुए हैं लेकिन INDIA TV को इस इलाके की सैटेलाइट की ऐसी तस्वीरें मिली हैं, जिनसे पता चलता है कि पिछले 10 साल में चीन ने बहुत तेजी से विवादित इलाके में सड़कों का निर्माण किया है। सैटेलाइट से कई तस्वीरें सामने आईं हैं जिनसे पता चलता है कि डोकलाम के विवादित इलाके में चीन ने काफी सड़कें बनाई हैं। पिछले दस-बारह सालों की इन तस्वीरों में काफी कुछ बदलाव दिख रहा है। सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि जिस जगह पर सड़कों का निर्माण किया गया है, वो इलाका सिक्किम से कुछ ही दूरी पर है। ये भी पढ़ें: अय्याश निकली राम रहीम की लाडली हनीप्रीत, लड़कों से बनाती थी रिश्ता

पूरी दुनिया देख रही थी चीन ने डोकलाम में कैसा विवाद खड़ा कर दिया था सड़क निर्माण को लेकर लेकिन जब दो महीने पहले ब्रिक्स में मोदी और शी जिनपिंग की मुलाकात हुई, तो लगा सब विवाद सुलझ गया। लेकिन इंडिया टीवी को इस इलाके की सैटेलाइट से ली गई कुछ ऐसी तस्वीरें मिलीं हैं, जिनसे पता चलता है कि पिछले 10-12 साल में चीन ने बहुत तेजी से इस इलाके में सड़क निर्माण किया है।

सैटेलाइट से ली गई इस हालिया तस्वीर से इस बात का पता चलता है कि डोकलाम से दो सड़क चुंबी वैली के यातुंग तक जाती है। ये वही यातुंग है जहां चीनी सैनिकों का बेस कैंप है। मतलब डोकलाम में तैनात चीनी सैनिकों के ऑपरेशन के लिए यहीं से सामान आता है। पीएम मोदी के चीन दौरे के बाद दोनों देशों की तरफ से आपसी बातचीत के बाद करीब सत्तर दिनों की तनातनी को खत्म किया गया था। इसके बाद चीन ने सड़क निर्माण में लगे अपने बुल्डोजर्स और दूसरे उपकरणों को वहां से हटाकर दूसरे स्थान पर ले गया था लेकिन ऐसा लगता नहीं है कि चीन सुधरने वाला है।

2005 में डोकलाम में उत्तरी प्रवेश मार्ग मौजूद नहीं था लेकिन 2017 में उत्तरी प्रवेश मार्ग पूरा हो चुका है। उत्तरी मार्ग का मतलब वो सड़क है जो चीन को चिकन नेक तक कुछ घंटों में ही पहुंचा देगा। चीनी सैनिकों की हमेशा से यही कोशिश रही है इस इलाके में हाईवे जैसी सड़कों का निर्माण करें क्योंकि ये वही इलाका है जो भारत को उत्तर पूर्वी राज्यों से जोड़ता है।

भारत सरकार कहती है कि विवादित इलाके में कोई डेवलपमेंट नहीं हुआ है और न ही कुछ हो रहा है लेकिन अब जो तस्वीरें सामने आई हैं, उनसे ऐसा लगता है कि पहाड़ों के पीछे चीन बड़ी चालाकी से सड़कों का ऐसा जाल तैयार कर रहा है जो भारत की सुरक्षा के लिए एक बहुत बड़ी चेतावनी है।

अगले स्लाइड्स में देखें इस इलाके की सैटेलाइट की तस्वीरें और वीडियो....

Latest India News