पटना: बिहार सरकार गांवों में कोरोनावायरस संक्रमण को फैलने से रोकने को लेकर अब कदम उठाने लगी है। इसी के तहत बाहर से आने वालों को अब गांव में प्रवेश करने के पूर्व कड़ी निगरानी में रखा जाएगा और उन्हें गांव में ही अलग अस्थायी आवासीय सुविधा दी जाएगी। बिहार के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश जारी किया है कि अन्य राज्यों से लौट रहे बिहार के लोगों को गांव में प्रवेश पर उन पर कड़ी निगरानी रखी जाए और उन्हें गांव में ही अस्थायी आवासीय सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
सभी अधिकारियों को यह निर्देश दिया गया है, "अन्य राज्यों से लौट रहे बिहारवासियों को उनके गांव में आगमन के समय ग्रामवासियों के द्वारा तुरंत घरों में रहने देने में संकोच किया जा रहा है। ऐसे मामलों में उन लोगों को कुछ दिनों के लिए सरकारी विद्यालय भवनों, पंचायत भवनों और अन्य सरकारी भवनों में रहने का बंदोबस्त किया जाए।"
सूत्रों के मुताबिक, सरकार को शक है कि हवाईअड्डे, बस स्टॉप या रेलवे स्टेशनों पर हो रही स्क्रीनिंग में कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो चुपके से बगैर स्क्रीनिंग कराए निकल गए होंगे, जिसके बाद ग्रामीणों से सूचना प्राप्त हो रही है कि बाहर से लोग आए हैं और घरों में छिपे हुए हैं।
गौरतलब है कि बिहार के लोग बड़ी संख्या में अन्य राज्यों में रोजी-रोजगार के लिए जाते हैं। कोरोनावायरस की दहशत के बीच ऐसे लोग अपने गांव लौट रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्य में कोरोनावायरस के मरीजों के आंकड़े में लगातार वृद्धि हो रही है। बिहार में अबतक तीन लोगों में वायरस की पुष्टि हुई है, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है।
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