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Hindi News भारत राष्ट्रीय प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा- अब लॉकडाउन खोलने की स्ट्रैटिजी की जरूरत, सिर्फ एक पर्सेंट के लिए डेडली है कोरोना वायरस

प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा- अब लॉकडाउन खोलने की स्ट्रैटिजी की जरूरत, सिर्फ एक पर्सेंट के लिए डेडली है कोरोना वायरस

राहुल गांधी ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आज गरीब लोगों को पैसा देने की जरूरत है, स्मॉल इंडस्ट्रीज को मदद की दरकार है।

Rahul Gandhi press conference, Rahul Gandhi live today, Rahul Gandhi on lockdown- India TV Hindi कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि अब लॉकडाउन खोलने की स्ट्रैटिजी की जरूरत है। PTI File

नई दिल्ली: देश में लॉकडाउन 3.0 चल रहा है और धीरे-धीरे लॉकडाउन 4.0 के बारे में भी कयास लगने शुरू हो गए हैं। इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि अब लॉकडाउन खोलने की स्ट्रैटिजी की जरूरत है। उन्होंने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आज गरीब लोगों को पैसा देने की जरूरत है, स्मॉल इंडस्ट्रीज को मदद की दरकार है। राहुल ने कहा कि यदि आज मदद नहीं की तो लोगों को बड़ी मात्रा में नौकरियां खोनी पड़ेंगी।

‘लोगों के हाथ में नकद पैसा देने की जरूरत’
राहुल ने कहा, 'देश के 50 प्रतिशत लोगों के हाथ में फिलहाल 7500 रुपये देने की जरूरत है। चाहे आप इसे प्रधानमंत्री योजना या कुछ भी कहें, लेकिन लोगों के हाथ में पैसा देना चाहिए।' उन्होंने कहा कि बिजनस तबाह हो रहे हैं और आपको घरेलू कंजप्शन शुरू करने की जरूरत है। राहुल ने कहा कि मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है कि हमारे पास समय बेहद कम है।

'पीएमओ से लड़ाई लड़ेंगे तो हार जाएंगे'
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'जिस स्थिति में आज हिंदुस्तान है वह सामान्य स्थिति नहीं है, तो इसमें सामान्य हल नहीं निकलने वाला। अगर हम डीसेंट्रेलाइज करें और इस लड़ाई को जिला स्तर तक ले जाएं तो हिंदुस्तान हल निकाल सकता है, अगर लड़ाई को पीएमओ में रखें तो यह हारी जाएगी। प्रधानमंत्री को पावर डिजॉल्व करना पड़ेगा और मुख्यमंत्रियों पर भरोसा करना पड़ेगा, और मुख्यमंत्रियों को डीएम पर भरोसा करना पड़ेगा।'

‘सिर्फ एक प्रतिशत के लिए घातक है बीमारी’
राहुल ने कहा, ‘सच्चाई बताने की जरूरत है हिंदुस्तान को और सच्चाई बहुत साफ है। 99 प्रतिशत के लिए यह डेडली बीमारी नहीं है, सिर्फ एक प्रतिशत के लिए यह खतरनाक है। सभी की जिम्मेदारी बनती है कि स बीमारी को लेकर डर को मिटाया जाए। हिंदुस्तान से डर मिटाना है और इकोनॉमिक सिस्टम को पटरी पर लाना है। हमारा फर्ज बनता है कि उन 1 प्रतिशत लोगों को बचाएं और 99 प्रतिशत लोगों को समझाएं कि यह डेडली बीमारी नहीं है। प्रधानमंत्री को डर का माहौल हटाने की जरूरत है।’

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