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Hindi News भारत राष्ट्रीय किसान आंदोलन: गाजीपुर बॉर्डर पर हलचल तेज, दिल्ली पुलिस ने नुकीली कीलों को हटाया

किसान आंदोलन: गाजीपुर बॉर्डर पर हलचल तेज, दिल्ली पुलिस ने नुकीली कीलों को हटाया

दिल्ली-उत्तर प्रदेश के गाजीपुर बॉर्डर पर आज सुबह से ही हलचल देखी जा रही है। यहां पुलिसकर्मियों द्वारा की गई मल्टीलेयर बैरिकेडिंग के तहत सड़क पर लगाई गई नुकीली कीलों को हटा लिया गया है।

गाजीपुर बॉर्डर पर हलचल तेज, दिल्ली पुलिस नुकीली कीलों को क्यों कर रही है ढीला, जानें पूरी खबर- India TV Hindi Image Source : PTI गाजीपुर बॉर्डर पर हलचल तेज, दिल्ली पुलिस नुकीली कीलों को क्यों कर रही है ढीला, जानें पूरी खबर

नई दिल्ली: दिल्ली-उत्तर प्रदेश के गाजीपुर बॉर्डर पर आज सुबह से ही हलचल देखी जा रही है। यहां पुलिसकर्मियों द्वारा की गई मल्टीलेयर बैरिकेडिंग के तहत सड़क पर लगाई गई नुकीली कीलों को हटा लिया गया है। वहीं दिल्ली पुलिस का कहना है कि इस मल्टलेयर सिक्योरिटी की रिपोजिशनिंग की जा रहा है। हालांकि जैसे ही दिल्ली पुलिस की तरफ से इन मल्टी लेयर सिक्योरिटी लेयर को ढीला करने का काम शुरू हुआ तो एकबारगी लगा कि पुलिस बैरिकेडिंग्स हटा लेगी। लेकिन फिलहाल केवल सड़क पर लगी नुकीली कीलों को हटाया गया है।

गाजीपुर बॉर्डर पर लगाई गई कीलों का ‘स्थान बदला’ जा रहा है: दिल्ली पुलिस 
केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के आवागमन को रोकने के मद्देनजर गाजीपुर बॉर्डर पर सड़कों पर लगायी गयी कीलों का ‘‘स्थान परिवर्तित’’ किया जा रहा है। पुलिस के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को इसकी जानकारी दी। गाजीपुर सीमा के पास से कीलों को निकालते कर्मचारियों के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस का यह बयान आया है। पुलिस उपायुक्त (पूर्व) दीपक यादव ने कहा कि सीमा पर सुरक्षा के इंतजाम यथावत रहेंगे। उन्होंने कहा,‘‘ ऐसे फोटो और वीडियो सार्वजनिक हो रहे हैं, जिसमें दिख रहा है कि गाजीपुर में कीलें निकाली जा रही हैं। लेकिन इनका स्थान बदला जा रहा है और सीमा पर सुरक्षा इंतजाम यथावत रहेंगे।’’ गौरतलब है कि भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैट की किसानों से भावनात्मक अपील के बाद उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से बड़ी संख्या में किसानों के आने के मद्देनजर गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा इंतजाम लगातार पुख्ता किए जा रहे हैं। प्रदर्शन पर ड्रोन के जरिए नजर रखी जा रही है। 

सांसदों को प्रदर्शन कर रहे किसानों से मिलने गाजीपुर जाने से रोका गया 
केन्द्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों से मुलाकात करने जा रहे दस विपक्षी दलों के 15 सांसदों को पुलिस ने बृहस्पतिवार को गाजीपुर सीमा पर जाने से रोका दिया । एक नेता ने यह जानकारी दी। प्रदर्शनकारी किसानों से मिलने जा रहे 15 सांसदों के समूह में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) , द्रविड मुनेत्र कषगम (द्रमुक), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और तृणमूल कांग्रेस समेत अन्य दलों के सांसद शामिल थे। शिअद नेता हरसिमरत कौर बादल ने बताया कि नेताओं को अवरोधकों को पार करने और प्रदर्शन स्थल पर जाने की अनुमति नहीं दी गई। हरिसमरत के अलावा राकांपा सांसद सुप्रिया सुले, द्रमुक से कनिमोई और तिरुचि शिवा, तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय इस समूह का का हिस्सा थे। 

नेशनल कॉन्फ्रेंस, रेव्ल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) और इंडिनय यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के सदस्य भी इसमें शामिल थे। इससे पहले बुधवार को संसद में एक चर्चा के दौरान अनेक विपक्षी दलों ने सरकार से तीनों विवादित कानूनों को वापस लेने और प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ ‘दुश्मनों’’ जैसा वर्ताव नहीं करने की अपील की थी। दिल्ली और उत्तर प्रदेश की सीमा पर गाजीपुर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कायम है और यह अहम प्रदर्शन स्थलों में से एक है और यहां हजारों की संख्या में किसान केन्द्र से नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर डेरा डाले हुए हैं। 

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