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Hindi News भारत राष्ट्रीय India TV Exclusive: हाथरस पीड़िता के भाई ने कहा- परिवार पर रखी जा रही है नजर, फोन टैपिंग का डर

India TV Exclusive: हाथरस पीड़िता के भाई ने कहा- परिवार पर रखी जा रही है नजर, फोन टैपिंग का डर

इंडिया टीवी से पीड़िता भाई ने कहा कि सिक्योरिटी के नाम पर पुलिस उनके घर की निगरानी कर रही है। घर के बाहर वर्दीवालों का जमावड़ा है और हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। एडीएम बार-बार पूछ रहे हैं कि आखिर घर में से वीडियो कौन बनाकर भेज रहा है। भाई ने परिवार के फोन रिकॉर्ड होने की भी आशंका जताई है। 

India TV Exclusive: हाथरस पीड़िता के भाई ने कहा- परिवार पर रखी जा रही है नजर, फोन टैपिंग का डर - India TV Hindi India TV Exclusive: हाथरस पीड़िता के भाई ने कहा- परिवार पर रखी जा रही है नजर, फोन टैपिंग का डर 

नई दिल्ली:  हाथरस पीड़िता के भाई ने  इंडिया टीवी के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा है कि उनके परिवार पर कड़ी नजर रखी जा रही है। उन्हें फोन टैपिंग और सर्विलांस की भी आशंका है।  पीड़िता के घर पर भारी पहरा है और फोन की निगरानी हो रही है। इंडिया टीवी संवाददाता दीक्षा पांडेय ने पीड़िता के भाई से बात की है। इंडिया टीवी से भाई ने कहा कि सिक्योरिटी के नाम पर पुलिस उनके घर की निगरानी कर रही है। घर के बाहर वर्दीवालों का जमावड़ा है और हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। एडीएम बार-बार पूछ रहे हैं कि आखिर घर में से वीडियो कौन बनाकर भेज रहा है। भाई ने परिवार के फोन रिकॉर्ड होने की भी आशंका जताई है। 

जब रिपोर्टर दीक्षा पांडे ने यह पूछा कि क्या आपलोगों पर परिवार पर निगरानी रखी जा रही है.. फोन चेक हो रहा है तो पीड़िता के भाई ने कहा कि मैम, फोन तो हम चेक नहीं करने देंगे... लेकिन निगरानी बहुत तगड़ी रखी जा रही है, सुबह 6 बजे से पुलिस घर में घुसकर आ जाती है, मेन गेट पर खड़ी हो जाती है... बाहर दरवाजे पर, छत पर आकर बैठ जाते हैं... ये निगरानी नहीं है तो और क्या है... कहते हैं हमारी सिक्योरिटी के लिए, लेकिन सिक्योरिटी है तो घर के आसपास रहो ना, घर में घुसने की क्या जरूरत है इनको...। 

रिपोर्टर-क्या आपलोगों पर परिवार पर निगरानी रखी जा रही है.. फोन चेक हो रहा हो

पीड़ित के भाई 
मैम, फोन तो हम चेक नहीं करने देंगे... लेकिन निगरानी बहुत तगड़ी रखी जा रही है, सुबह 6 बजे से पुलिस घर में घुसकर आ जाती है, मेन गेट पर खड़ी हो जाती है... बाहर दरवाजे पर, छत पर आकर बैठ जाते हैं... ये निगरानी नहीं है तो और क्या है... कहते हैं हमारी सिक्योरिटी के लिए, लेकिन सिक्योरिटी है तो घर के आसपास रहो ना, घर में घुसने की क्या जरूरत है इनको... 

रिपोर्टर
अच्छा पुलिस घर में आ जा रही है 

पीड़ित के भाई 
जी मैम... सुबह से 10 बार अंदर आएगी बाहर जाएगी... ऐसा मान लीजिए कि डीएम और एडीएम तो कभी भी आ जाते हैं... ऐसे घुसके...क्या करें, खाना-पीना बनाना सब इन्हीं के सामने... भीड़ इकट्ठा कर लेते हैं 

रिपोर्टर
पुलिसवाले घर में आते हैं तो घर में महिलाएं होती हैं तो महिला पुलिसकर्मी होते हैं कि पुरुष पुलिसकर्मी ही अंदर आते हैं...

पीड़ित के भाई 
महिला पुलिसकर्मी एक-दो आती हैं, बाकी तो जेंट्स ही होते हैं...

रिपोर्टर
जैसा कि आप कह रहे हैं कि कभी भी आ जाते हैं तो घर के अंदर आकर कुछ सवाल भी करते हैं

पीड़ित के भाई 
कल इन्होंने पूछा था... जो एडीएम थे वो कह रहे थे कि वीडियो बनाकर कौन भेज रहा है, क्या मैं उस बंदे से मिल सकती हूं जो वीडियो भेज रहा है... बताया नहीं किसी ने, मैं तो बाहर गया नहीं.. .मैं तो ये बोलना चाहता हूं कि मैं इस फोन पर भी कुछ बताना नहीं चाहता... क्या पता, मेरा नंबर रिकॉर्ड कर रखा हो

इंडिया टीवी रिपोर्टर से बातचीत में पीड़िता के भाई ने यूपी के एडीजी का भी जिक्र किया.. भाई ने कहा एडीजी साहब कह रहे हैं रेप की पुष्टि नहीं हुई... भाई ने कहा मेरे पास सबूत हैं.. जो पूरा सच सामने ला देंगे.. 

रिपोर्टर
आपको डर है कि आपका फोन ट्रेस हो रहा है, मतलब परिवार में कुल मिलाकर मानसिक दबाव महसूस हो रहा है

पीड़ित के भाई 
पूरा दबा रखा है... जो एडीजी साहब हैं वो कह रहे हैं कि रेप की पुष्टि नहीं हुई है, मेरे पास ऐसे सबूत हैं जिससे पता चल सकता है.. मैं बता नहीं सकता अभी, क्योंकि जबतक कोई वकील हमारे पास ना आए... सिर्फ वकील को ही बता सकता हूं... क्या पता अगर बता दिया 

रिपोर्टर
अगर आपको विश्वास हो तो जानकारी थोड़ी-बहुत शेयर कर सकते हैं...

पीड़ित के भाई 
मैम... मै बता रहा हूं, हो सकता है कि मेरा कॉल ट्रेस कर रखा हो, पता नहीं रिकॉर्डिंग कर रखी हो...

रिपोर्टर
ठीक है... सुरक्षा के लिए ठीक नहीं है... मैं आप पर दबाव नहीं डालूंगी

पीड़ित के भाई 
जो एक-दो दवाई थी उसके बारे में मुझे पता है, मैंने काफी लोगों से पता किया है कि वो नॉर्मल दवाई नहीं दी जाती है

रिपोर्टर
ये किस अस्पताल की बात कर रहे हैं, क्या पीड़ित को सही दवाई नहीं दी गई

पीड़ित के भाई 
मैं बता दूंगा आपको जब पूरा कन्फर्म हो, क्योंकि जो पर्चा है वो हमें नहीं दिया गया... वो अस्पताल वालों को ही दिया गया... अस्पताल का जो स्टोर था उन्हें दिया गया...

रिपोर्टर
जब से घर के बाहर पुलिस बैठ रही है तब से कौन-कौन लोग मुलाकात करने के लिए गए थे? क्या कुछ लोग पुलिस के साथ अपना जो ठीक ठाक बात जिनकी बनती हो वो मुलाकात करने पहुंचा हो...कोई नेता..कोई भी...

पीड़ित के भाई 
मैम रात में जो थे वो बीजेपी पार्टी से थे...मुझे नहीं मालूम...

रिपोर्टर
महिला थीं वो?

पीड़ित के भाई 
नहीं..नहीं अंकल जैसे थे...उन्हीं का लड़का था वो लोग बोल रहे थे कि 2022  में इलेक्शन में मुझको सीट मिल जाएगी..जिलाध्यक्ष बन जाऊंगा बीजेपी से...ऐसे ही कुछ बोल रहे थे वो लोग मैम कल रात को आए थे...

रिपोर्टर
आपके सामने बात कर रहे थे वो लोग...

पीड़ित के भाई 
जी..जी 11 बजे गए हैं वो लोग यहां से

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