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Hindi News भारत राष्ट्रीय इंडिया टीवी से बोले योगी, मैं अयोध्या राममंदिर पर ही बात करने आया हूं

इंडिया टीवी से बोले योगी, मैं अयोध्या राममंदिर पर ही बात करने आया हूं

"राममंदिर निर्माण परमहंस रामचन्द्र दास का सपना था। उन्होंने कहा कि राम की महिमा पूरी दुनिया में गायी जाती है लेकिन फिलहाल मामला न्‍यायालय में है।"

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नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को अयोध्या पहुंचे। यूपी का सीएम बनने के बाद 4 महीने में ये उनका यहां दूसरा दौरा है। योगी ने यहां परमहंस रामचंद्र दास की श्रद्धांजलि सभा में हिस्सा ल‍िया। इस दौरान उन्होंने इंडिया टीवी से बात करते हुए कहा कि मैं अयोध्या राममंदिर पर ही बात करने आया हूं। राममंदिर निर्माण परमहंस रामचन्द्र दास का सपना था। उन्होंने कहा कि राम की महिमा पूरी दुनिया में गायी जाती है लेकिन फिलहाल मामला न्‍यायालय में है। ये भी पढ़ें: दलालों के चक्कर में न पड़ें 60 रुपए में बन जाता है ड्राइविंग लाइसेंस

कौन थे परमहंस रामचंद्र दास?

हिंदुओं के प्रमुख धार्मिक नेता और अयोध्या में राम जन्मभूमि न्यास समिति के अध्यक्ष महंत रामचंद्र दास परमहंस राम जन्मभूमि आंदोलन में सक्रिय भूमिका थी और इसी कारण वे चर्चा में आए 1934 से ही वे इस आंदोलन से जुड़े रहे, जो बाद में भारतीय जनता पार्टी का प्रमुख एजेंडा बन गया। 1949 में बाबरी मस्जिद में सबसे पहले मूर्ति स्थापित करने वाले रामचंद्र परमहंस ही थे। फिर हिंदुओं और मुसलमानों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला और दंगे भड़क उठे। रामचंद्र परमहंस की गिरफ़्तारी भी हुई थी।

1984 में राम जन्मभूमि आंदोलन में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) भी शामिल हो गई। दिसंबर 1992 में विहिप और दूसरे हिंदू संगठनों के हज़ारों कार्यकर्ता अयोध्या में जुटे और बाबरी मस्जिद गिरा दी गई। उस दौर में भी रामचंद्र दास परमहंस ज़ोर-शोर से आंदोलन में शामिल थे।

रामचंद्र परमहंस के व्यक्तित्व का एक पहलू यह भी था कि राष्ट्रीय स्तर पर भले ही उन्हें मुस्लिम विरोधी माना जाता हो, अयोध्या में वे मुसलमानों में काफ़ी लोकप्रिय थे। बाबरी मस्जिद निर्माण समिति के स्थानीय नेता मोहम्मद हाशिम अंसारी रामचंद्र दास परमहंस के सबसे अच्छे मित्रों में से रहे हैं।

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