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Coronavirus के कारण इंदौर में 3 दिन का कंपलीट लॉकडाउन, पकड़े गए अस्पताल से भागे 2 Covid-19 पॉजिटिव मरीज

मध्य प्रदेश के इंदौर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की लगातार बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन ने तीन दिन तक पूरे शहर को लॉकडाउन करने का निर्णय लिया है।

Coronavirus के कारण इंदौर में 3 दिन का कंपलीट लॉकडाउन, पकड़े गए अस्पताल से भागे 2 Covid-19 पॉजिटिव म- India TV Hindi Coronavirus के कारण इंदौर में 3 दिन का कंपलीट लॉकडाउन, पकड़े गए अस्पताल से भागे 2 Covid-19 पॉजिटिव मरीज

नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के इंदौर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की लगातार बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन ने तीन दिन तक पूरे शहर को लॉकडाउन करने का निर्णय लिया है। इस दौरान दूध, फल, सब्जी, किराना, पेट्रोल पंप और बैंक समेत तमाम दुकानें बंद रहेंगी। कम्युनिटी स्प्रेडिंग रोकने के लिए शहर बंद रखा जाएगा। सड़कों पर वाहन नहीं चलेंगे और उल्लंघन करने वाले को जेल भेजा जाएगा। सामानों की होम डिलीवरी भी नहीं होगी। दवाई दुकानें खुलेगी लेकिन सीमित मात्रा में।

इंदौर के कलेक्टर आकाश त्रिपाठी ने बताया कि इंदौर में 20 को कोरोना पॉजिटिव मरीज पाया जाना बड़ी बात है जिसके चलते 3 दिन का कंपलीट लॉकडाउन किया जा है। इस दौरान कोई भी दुकान नहीं खुलेगी। अगर कोई मेडिकल इमरजेंसी हो तभी बाहर जा सकते हैं।

वहीं सोमवार से भोपाल इंदौर सीमा भी सील कर दी गई है। इंदौर से भोपाल आने वाले को चेकअप के बाद ही राजधानी में एंट्री मिलेगी। पुलिस के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग की एक टीम को भी तैनात किया जाएगा जो इंदौर से आने जाने वाले हर व्यक्ति की थर्मल स्क्रीनिंग करेगी।

 पूर्व सीएम कमलनाथ ने प्रशासन के दूध सप्लाई बंद करने के निर्णय को आपत्तिजनक बताते हुए ट्वीट किया, "देश भर में आवश्यक वस्तुओं पर कोई रोक नहीं है। इस निर्णय से उन बच्चों, बुजुर्गों, मरीज़ों का क्या होगा जो दूध पर ही आश्रित है?  उन पशु पालकों के बारे में भी सोचें, जो पूर्व से ही दोहरी मार झेल रहे है। जनहित में इस निर्णय को तत्काल बदला जाए।"

वहीं कोराना वायरस संक्रमित व्यक्ति समेत दो मरीज शनिवार देर रात यहां स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को चकमा देकर एक सरकारी अस्पताल से भाग निकले थे जिन्हें पुलिस की मदद से पकड़कर रविवार को दोबारा अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया ने बताया कि मनोरमा राजे टीबी चिकित्सालय के पृथक वॉर्ड से भागने वाले मरीजों में से एक व्यक्ति कोरोना वायरस संक्रमित पाया गया है, जबकि दूसरे को इस महामारी के संदेह में भर्ती किया गया था। 

जड़िया ने बताया, "दोनों पुरुष मरीज टहलने के नाम पर वॉर्ड से बाहर निकले और अस्पताल से भाग गये। इसकी जानकारी मिलने पर हमने अपने दलों को फौरन इनके पतों पर भेजा। लेकिन वे वहां नहीं मिले।" स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि खोज अभियान के दौरान दोनों मरीज अपने रिश्तेदारों के घर मिले। पुलिस की मदद से इन्हें वहां से पकड़कर दोबारा अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। 

उन्होंने बताया, "अस्पताल से भागने के बाद दोनों मरीज जिन लोगों से मिले थे, उनके नमूने लेकर कोराना वायरस संक्रमण की जांच करायी जा रही है।" इंदौर, राज्य में कोरोना वायरस के प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित शहर है। अब तक मिली रिपोर्ट के मुताबिक, इंदौर के 20 मरीजों में इस महामारी की पुष्टि हुई है। इनमें शामिल 65 वर्षीय पुरुष की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है।

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