A
Hindi News भारत राष्ट्रीय ISRO: सैटेलाइट EOS-03 की लॉन्चिंग फेल, क्रायोजेनिक इंजन में आई खराबी

ISRO: सैटेलाइट EOS-03 की लॉन्चिंग फेल, क्रायोजेनिक इंजन में आई खराबी

भारतीय अंतरिक्ष अनुशंधान संगठन (ISRO)को अपने अभियान में बड़ा झटका लगा है। पृथ्वी की निगरानी करनेवाले सैटेलाइट EOS-03 की लॉन्चिंग फेल हो गई है।

ISRO: सैटेलाइट EOS-03 की लॉन्चिंग फेल, क्रायोजेनिक इंजन में आई खराबी- India TV Hindi Image Source : PTI ISRO: सैटेलाइट EOS-03 की लॉन्चिंग फेल, क्रायोजेनिक इंजन में आई खराबी

नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुशंधान संगठन (ISRO)को अपने अभियान में बड़ा झटका लगा है। पृथ्वी की निगरानी करनेवाले सैटेलाइट EOS-03 की लॉन्चिंग फेल हो गई है। इस सैटेलाइट को श्री हरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया। लॉन्चिंग के बाद इस सैटेलाइट ने दो चरण सफलता पूर्व पूरे किए लेकिन कुछ देर बाद क्रोयोजेनिक इंजन में तकनीकी खराबी आ गई और इससे आंकड़े मिलने बंद हो गए। काफी कोशिशों के बाद जब आंकड़े नहीं मिले तो कुछ देर बाद इसरो ने मिशन के पूरा नहीं होने की घोषणा कर दी।

लॉन्चिंग के बादइसे जीएसएलवी-एफ 10 द्वारा जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट में स्थापित किया जाना था। जानकारी के मुताबिक यह सैटेलाइट 10 साल तक सेवाएं देता।इस अभियान का उद्देश्य नियमित अंतराल पर बड़े क्षेत्र की वास्तविक समय पर तस्वीरें उपलब्ध कराना, प्राकृतिक आपदाओं की त्वरित निगरानी करना और कृषि, वनीकरण, जल संसाधनों तथा आपदा चेतावनी प्रदान करना, चक्रवात की निगरानी करना, बादल फटने आदि के बारे में जानकारी प्राप्त करना है।

अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट (ईओएस) की मुख्य विशेषता यह है कि यह चिन्हित किये गए किसी बड़े क्षेत्र क्षेत्र की वास्तविक समय की छवियां लगातार अंतराल पर भेजता रहता है।  यह प्राकृतिक आपदाओं के साथ-साथ किसी भी तरह की अल्पकालिक घटनाओं की त्वरित निगरानी में मदद करता है। यह उपग्रह कृषि, वानिकी, जल निकायों के साथ-साथ आपदा चेतावनी, चक्रवात निगरानी, बादल फटने या आंधी-तूफान की निगरानी सहित विभिन्न क्षेत्रों में प्रयोग लाने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराता है। 

Latest India News