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Hindi News भारत राष्ट्रीय Kisan Andolan: किसानों ने दिल्ली पुलिस के दो असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टरों पर किया हमला! राकेश टिकैत ने कही ये बात

Kisan Andolan: किसानों ने दिल्ली पुलिस के दो असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टरों पर किया हमला! राकेश टिकैत ने कही ये बात

भारतीय किसान युनियन के नेता व राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वो(पुलिसकर्मी) सिविल ड्रेस में होंगे, किसानों को लगा होगा​कि चैनल के लोग हैं और हमें गलत तरह से दिखाते हैं। हमारे लोग मारपीट नहीं करते।

Kisan Andolan Delhi Police ASI beaten by farmers Rakesh Tikait reaction latest news Kisan Andolan: क- India TV Hindi Image Source : PTI (FILE) Representational Image

नई दिल्ली. दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन अभी भी जारी है। खबर है कि बीती 10 जून को सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर किसानों ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच के दो असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टरों पर प्रदर्शन स्थल की तस्वीरें खींचने को लेकर उनपर कथित रूप से हमला कर दिया। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में नरेला पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की है।

इस मामले में जब भारतीय किसान युनियन के नेता व राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वो(पुलिसकर्मी) सिविल ड्रेस में होंगे, किसानों को लगा होगा​कि चैनल के लोग हैं और हमें गलत तरह से दिखाते हैं। हमारे लोग मारपीट नहीं करते। पुलिस और सरकार तो चाहती है कि हम किसानों के साथ पंगेबाजी करें।

कृषि कानूनों के खिलाफ 26 जून को राजभवनों में प्रदर्शन करेंगे किसान
केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध को करीब 200 दिन हो गए हैं और अपने आंदोलन को तेज करने के लिए किसानों ने देश भर के राजभवन में 26 जून को धरना देने की घोषणा की है। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के एक नेता ने शुक्रवार को कहा, "26 जून को किसानों का विरोध प्रदर्शन होगा और काले झंडे दिखाए जाएंगे। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को एक ज्ञापन भी भेजा जाएगा।"

भारतीय किसान संघ (बीकेयू) के नेता धर्मेंद्र मलिक ने आईएएनएस को बताया कि 26 जून को "कृषि बचाओ, लोकतंत्र बचाओ दिवस" के रूप में मनाया जाएगा। वहीं, राजभवन में काले झंडे दिखाकर और हर राज्य में राज्यपाल के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन देकर 'हम अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे।' किसान नेताओं के मुताबिक 26 जून को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में इमरजेंसी लगई थी। उन्होंने कहा, "आज भी मोदी सरकार ने देश में अघोषित आपातकाल लगा दिया है।"

इस बीच, किसानों ने सीमा पर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी चिंता व्यक्त की है। किसानों के मुताबिक शनिवार तक आंदोलन स्थल पर महिलाओं की सुरक्षा के लिए कमेटी गठित कर दी जाएगी।

एसकेएम के मुताबिक किसान लगातार अलग-अलग जगहों पर काले झंडे दिखाकर बीजेपी नेताओं के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। हरियाणा के महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा को कैथल में काले झंडे और नारों का सामना करना पड़ा। महिला और पुरुष दोनों किसानों को बड़ी संख्या में अपना प्रतिरोध व्यक्त करने के लिए भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। चरखी दादरी में भाजपा की बबीता फोगट को भी किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा।

दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे आंदोलन में जहां विभिन्न राज्यों के हजारों किसान शामिल हो रहे हैं, वहीं शुक्रवार को उत्तराखंड से तराई किसान संगठन का एक दल गाजीपुर सीमा पर पहुंचा। इसी तरह तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और बिहार से एआईकेएमएस के प्रतिनिधिमंडल और समर्थक भी गाजीपुर धरना स्थल पर पहुंचे।

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